नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेता एम.रामेश्वर सिंह ने कहा कि मणिपुर में ‘अवैध प्रवासियों और उग्रवादियों’ की समस्या के सर्वकालिक हल करने के लिए ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ जैसी प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए। एनपीपी मणिपुर में भाजपा की सहयोगी पार्टी है, जहां पिछले तीन महीनों से जातीय हिंसा चल रही है, जिसमें अब तक 150 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है।
एनपीपी नेता ने कहा, ‘गृह मंत्री के बयानों से यह स्पष्ट है कि कुछ अवैध कुकी उग्रवादी, अप्रवासी सीमा पार से आ रहे हैं। मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि इसमें बाहरी असामाजिक तत्व शामिल हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा से भी इसमें समझौता किया गया है। एम.रामेश्वर सिंह ने कहा न केवल मणिपुर बल्कि पूरे देश को बचाना हमारे लिए महत्वपूर्ण है। समस्या के समाधान के लिए सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कोई प्रभावी कार्रवाई की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैंने केंद्रीय मंत्री से अनुरोध किया था कि कुछ एजेंसियां यह कहते हुए एक कहानी बनाने की साजिश कर रही हैं कि सभी कुकी उग्रवादी अभी शिविरों में हैं और सभी हथियार उनके पास हैं। इस तरह की कहानी गढ़ने से मणिपुर के लोगों को संदेह हो रहा है। आखिर आग कहां से आ रही है? दूसरी तरफ से कौन गोली चला रहा है?
पिछले महीने, मणिपुर सरकार ने राज्य में रहने वाले म्यांमार के अवैध अप्रवासियों का बायोमेट्रिक डेटा लेना शुरू कर दिया। मणिपुर सरकार ने जुलाई में कुछ ही दिनों के भीतर 700 अवैध अप्रवासियों के राज्य में प्रवेश करने की खबरों पर चिंता व्यक्त की थी।
गृह विभाग के बयान के अनुसार, 22 और 23 जुलाई को 301 बच्चों समेत 718 अवैध अप्रवासी मणिपुर के चंदेल जिले में घुस आए, जबकि उस दौरान मणिपुर में हिंसा भड़की हुई थी। मणिपुर पहाड़ी बहुल कुकी जनजाति और घाटी बहुल मैतेई के बीच 3 मई से जातीय संघर्ष में फंसा हुआ है। इससे पहले, केंद्र ने मणिपुर और मिजोरम सरकारों से बायोमेट्रिक अभ्यास करने और इसे सितंबर तक पूरा करने को कहा था।