अभिनेता और भारतीय जनता पार्टी के नेता मिथुन चक्रवर्ती ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी की सिंधु जल संधि पर टिप्पणी पर मंगलवार को तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। मिथुन ने चेतावनी दी कि भारत ब्रह्मोस मिसाइलों और सुनामी से जवाब देगा। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने सिंधु जल संधि को निलंबित करने के भारत के फैसले को सिंधु घाटी सभ्यता और संस्कृति पर हमला बताया था।
मिथुन चक्रवर्ती ने तीखे पलटवार में यह भी कहा कि एक बांध बनाया जाएगा और 140 करोड़ भारतीय वहां शौच करेंगे, उसके बाद बांध को खोलकर पड़ोसी देश में सुनामी ला दी जाएगी। हालांकि, मिथुन ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान के आम लोगों के खिलाफ उनकी कोई नाराजगी नहीं है जो शांतिप्रिय हैं और युद्ध नहीं चाहते और उनका गुस्सा केवल पाकिस्तानी प्रतिष्ठान पर है।
हम उन पर एक के बाद एक ब्रह्मोस मिसाइलें दागेंगे- मिथुन चक्रवर्ती
जब पत्रकारों ने पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया मांगी तो मिथुन चक्रवर्ती ने कहा कि पड़ोसी देश में युद्ध की वकालत करने वालों को किसी भी दुस्साहस का परिणाम भुगतना होगा। उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि पाकिस्तान के लोग युद्ध नहीं चाहते लेकिन अगर इस तरह की बातें और बयानबाजी जारी रही और हम अपना संयम खो बैठे, तो हम उन पर हमला करने के लिए एक के बाद एक ब्रह्मोस मिसाइलें दागेंगे।”
पढ़ें- हिन्द महासागर में चीन की बढ़ती सक्रियता से रहना होगा सावधान- शशि थरूर
पाकिस्तान सरकार की सिंधु नदी पर भारत द्वारा बनाए जाने वाले किसी भी बांध पर सैन्य हमले की धमकी के बारे में पूछे जाने पर, मिथुन चक्रवर्ती ने कहा, “हम एक ऐसा बांध बनाएंगे, जहां हमारे 140 करोड़ लोग शौच करेंगे और एक बार बांध खुल गया, तो बिना एक भी गोली चले सुनामी आ जाएगी। मैं यह कहने के लिए क्षमा चाहता हूं। ये शब्द केवल उनके (भुट्टो के) लिए हैं, पाकिस्तान के लोगों के लिए नहीं।”
सिंधु जल संधि पर क्या बोले थे बिलावल भुट्टो?
बिलावल ने सोमवार को सिंधी संत शाह अब्दुल लतीफ भिटाई की दरगाह पर तीन-दिवसीय वार्षिक उत्सव के समापन समारोह में कहा था, ‘‘अगर युद्ध हुआ हम मोदी सरकार को संदेश देंगे कि हम पीछे नहीं हटेंगे, हम झुकेंगे नहीं और अगर आपने सिंधु नदी पर हमला करने की हिम्मत की तो पाकिस्तान के हर प्रांत के लोग आपका मुकाबला करने के लिए तैयार रहेंगे।’’ पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले के एक दिन बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक कदम उठाए, जिनमें 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करना भी शामिल था। पढ़ें- जब भारत के खिलाफ युद्ध में अमेरिका ने खुलकर दिया पाकिस्तान का साथ
(इनपुट-भाषा)