बिहार में 1 फ़रवरी से इंटरमीडिएट की परीक्षा शुरू है। राज्य के मोतिहारी जिले से इंटरमीडिएट परीक्षा में एक बड़ी लापरवाही की खबर सामने आई है। जहां छात्रों ने लाइट की व्यवस्था नहीं होने के कारण गाड़ियों के हेडलाइट की रोशनी में शाम के 8 बजे तक परीक्षा दी। गाडियों की हेडलाइट में छात्रों के द्वारा परीक्षा दिए जाने का वीडियो भी सामने आया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला मोतिहारी के हरेंद्र किशोर कॉलेज का है। जहां दो बजे से दूसरी पाली में हिंदी की परीक्षा होनी थी। लेकिन शाम 4:30 बजे तक छात्र-छात्राओं को न तो उत्तरपुस्तिका और न ही प्रश्नपत्र दिया गया। जिसके बाद परीक्षार्थियों ने जमकर हंगामा मचाया। हंगामे की जानकारी वरीय प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी को मिली। जिसके बाद वे मौके पर पहुंचे।

पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी के आने के बाद शाम 4:30 बजे परीक्षा शुरू हुई। लेकिन कॉलेज में लाइट की व्यवस्था नहीं होने के कारण छात्रों को गाड़ियों की हेडलाइट की रोशनी में परीक्षा देना पड़ा। परीक्षार्थियों ने करीब 8 बजे तक हिंदी की परीक्षा दी लेकिन नियम के अनुसार यह परीक्षा शाम 5 बजे ही ख़त्म होनी थी। गाड़ियों की हेडलाइट के सहारे परीक्षा देने की वजह से छात्र काफी आक्रोश में थे।

दूसरी पाली की परीक्षा में हुई देरी को लेकर मोतिहारी के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने कहा कि सीटिंग अरेंजमेंट में गड़बड़ी के कारण परीक्षा विलंब से शुरू हुई है। साथ ही मोतिहारी के डीईओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है। वहीं बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि परीक्षा के दौरान वहां दूसरी स्थिति पैदा हो गई थी, इसलिए वह व्यवस्था की गई और इस संबंध में निर्देश भी दिए गए हैं। 

बता दें कि बिहार बोर्ड की 12वीं की परीक्षा 14 फरवरी तक दो पालियों में चलेंगी। पहली पाली के लिए सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:45 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर 1:45 से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। परीक्षा के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने को कहा गया है। मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग अनिवार्य है।