बिहार में चिराग पासवान के साथ बीजेपी की सीट शेयरिंग फाइनल हो गई है। खबरों के मुताबिक चिराग की पार्टी को चार सीटें मिल सकती हैं। अभी तक खबरें थीं कि चिराग इस बार इंडिया गठबंधन की तरफ से बैटिंग कर सकते हैं, लेकिन उस संभावना को बल मिल पाता, उससे पहले ही बीजेपी ने बैठक कर स्थिति को संभाल लिया है। माना जा रहा है कि बिहार का सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय हो गया है।

उस फॉर्मूले के तहत जेडीयू को 16 सीटें, मांझी और कुशवाहा की पार्टी को एक-एक सीट और चिराग की पार्टी को 4 सीटें देने पर सहमति बनी है। बाकी सीटों पर बीजेपी ही अपने उम्मीदवार उतार सकती है। ये भी कहा जा रहा है कि उचित समय आने पर इसका औपचारिक ऐलान भी कर दिया जाएगा। वैसे चिराग पासवान ने खुद सामने से आकर कह दिया है कि बीजेपी के साथ सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है।

जानकारी के लिए बता दें कि बिहार से लोकसभा की 40 सीटें निकलती हैं। नीतीश कुमार ने जब से सियासी खेला करते हुए फिर एनडीए के साथ आने का मन बनाया है, जमीन पर कई समीकरण बदल चुके हैं। इसी वजह से बिहार में इंडिया गठबंधन के लिए चुनौतियां ज्यादा हैं। अब जब चिराग भी पाला नहीं बदले वाले हैं तो बीजेपी इसे भी अपने लिए राहत की खबर मान रही है। हाजीपुर सीट को लेकर ही चिराग और चाचा पशुपति पारस के बीच रार चल रही थी, अब माना जा रहा है कि उसका समाधान भी निकल चुका है।

वैसे चिराग तो पहले से ही चाहते हैं कि भावनात्मक रिश्ते की वजह से हाजीपुर सीट उन्हें ही दी जाए, वे वहां से अपनी मां को चुनावी मैदान में उतारना चाहते हैं। वहीं दूसरी तरफ पशुपति पारस अपना हक उस सीट से छोड़ने को तैयार नहीं, उनकी तरफ से यहां तक कहा गया है कि वे चिराग की पार्टी को फिर अपने साथ नहीं मिलाएंगे। इसी वजह से बिहार में बीजेपी की सीट शेयरिंग फंसी हुई थी। लेकिन अब जब जेपी नड्डा के साथ बैठक हो गई है, चीजें ट्रैक पर लौटती दिख रही हैं।