बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि पूर्णिया के भाजपा विधायक विजय खेमका ने जिला खनन पदाधिकारी को फोन पर धमकी दी है। लेकिन तेजस्वी की धमकी के बाद से अब तक किसी भी बीजेपी नेता का बयान नहीं आया है और न ही किसी तरह की कार्रवाई की जा रही है। बिहार के डिप्टी सीएम ने कहा है कि खेमका जैसे लोग ही बिहार में अपराध करते हैं और भाजपा उन सारे मुद्दों को बिहार और बिहारी को बदनाम करने के लिए भुनाती है।
ऐसे आपराधिक प्रवृत्ति को बढ़ावा देने वाले खेमका जैसे लोग जन प्रतिनिधियों पर जनता का विश्वास हटाते हैं। हर मुद्दे पर अपनी बिन मांगे राय दें। उन्होंने न सिर्फ खेमका के बारे में बोला बल्कि राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी पर भी हमला बोला है। तेजस्वी ने कहा कि सुशील कुमार मोदी ऐसे अभिनय कर रहे है जैसे कुछ हुआ ही नहीं है। उन्होंने कह कि कल्पना कीजिए कि अगर भाजपा विधायक जैसा काम सत्ता पक्ष से जन प्रतिनिधि ने किया होता तो क्या हंगामा खड़ा किया गया होता?
बकौल तेजस्वी भाजपा वाले छाती पीट- पीट कर बिहार को बदनाम कर रहे होते। खुद मोदी कैंडल लेकर सड़कों पर उतर गए होते। भाजपा नेताओं की इस कथनी और करनी की दोहरे मापदंड को बिहार की जनता देख रही है। सार्थक राजनीति की इच्छुक बिहार की जनता इस दोहरी राजनीति को अब और नहीं सहेगी। तेजस्वी ने कहा कि इस तरह से भाजपा को अफसर को धमकी देने वाले विधायक को अपनी पार्टी से बर्खास्त करना चाहिए।

