बिहार विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने मात्र एक सीट जीती थी। यह सीट कैमूर जिला की चैनपुर विधानसभा से मोहम्मद जमा खां ने जीती थी। उनकी जीत उसी चैनपुर से हुई है, जिस सीट पर 1995 में जीत के साथ ही बिहार विधानसभा में बसपा का खाता खुला था। लेकिन शुक्रवार को जमा खां बहुजन समाज पार्टी का दामन छोड़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शामिल हो गए है।
2020 के आखिर में हुए बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के दिग्गज नेता और मंत्री बृजकिशोर बिंद को हराकर जमा खान ने सबको चौंका दिया था। जमा खां पिछ्ले दिनों जदयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह से उनके आवास पर मुलाकात भी कि थी। उस दौरान जमा खां ने कहा था कि वशिष्ठ नारायण सिंह और वह दोनों एक ही इलाके से आते हैं इसलिए मुलाकात करने चले आए थे। हालांकि उस दिन से ही यह चर्चा चल रही थी की जमा खां जदयू में शामिल होंगे। उनके जेडीयू में शामिल होने के बाद पार्टी में मुस्लिम विधायकों की कमी पूरी हो गई है। जेडीयू ने 11 मुसलमानों को टिकट दिया था। सबके सब चुनाव हार गए।
हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट मुताबिक मोहम्मद जमा खान ने जेडीयू जॉइन करने से पहले कहा था कि हां, आज शाम मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने जा रहा हूं। उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि मैं सरकार में शामिल होकर चुनाव के दौरान लोगों से किए गए वादों को पूरा कर सकता हूं।’ वे आगे कहते हैं कि यदि आप सत्ताधारी पार्टी में हैं तो आप अपने वादे को पूरा कर सकते हैं। जनता के लिए सत्ताधारी पार्टी में शामिल होने में कुछ भी गलत नहीं है।
बता दें 2000 के विधानसभा चुनाव में बसपा ने दो सीट जीती थी। तब दोनों विधायक राष्ट्रीय जनता दल (RJD) में शामिल हो गए थे। जमा खान ने चैनपुर से बृजकिशोर बिंद को विधानसभा चुनाव में 24,000 से भी ज्यादा वोटों से हराया था. इससे पहले भी उन्होंने 2010 और 2015 के चुनाव में हाथ आजमाया था, लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली थी।
