पश्चिम बंगाल की भवानीपुर सीट पर उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। यह चुनाव ममता बनर्जी के लिए सबसे ज्यादा मायने रखता है। इसी उपचुनाव के परिणाम तय करेंगे कि ममता बनर्जी सीएम की कुर्सी पर बनी रहेंगी या फिर उन्हें इस्तीफा देना होगा। यहां ममता बनर्जी के लिए सबसे बड़ी चुनौती भाजपा की उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल हैं।
गुरुवार को भवानीपुर सीट पर हो रहे मतदान के दौरान मतदाताओं को प्रभावित करने को लेकर भाजपा और तृणमूल कांग्रेस ने एक दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। भाजपा ने राज्य मंत्री फिरहाद हाकिम और सुब्रत मुखर्जी के खिलाफ निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं को प्रभावित करने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। भाजपा उम्मीदवार प्रियंका टिबरेवाल ने यह भी दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने वार्ड संख्या-72 में एक मतदान केन्द्र पर मतदान प्रक्रिया को जबरन रोक दिया।
हालांकि फिरहाद हाकिम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि भाजपा जानती है कि वह उपचुनाव हार जाएगी और अब बहाने बना रही है। वहीं तृणमूल कांग्रेस ने भी चुनाव आयोग के पास एक शिकायत दर्ज कराई। जिसमें प्रियंका टिबरेवाल पर 20 कारों के काफिले के साथ घूमने और मतदाताओं को डराने-धमकाने का आरोप लगाया गया। हालांकि टिबरेवाल ने इन आरोपों से इनकार किया।
भवानीपुर उपचुनाव न केवल पश्चिम बंगाल की राजनीति तय करेगा बल्कि 2024 में होने वाले आम चुनाव में भी इसकी अहम भूमिका हो सकती है। दरअसल प. बंगाल विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी ने तो बड़ी जीत हासिल की थी लेकिन वह खुद नंदीग्राम सीट से शुभेंदु अधिकारी के खिलाफ हार गई थीं। इसके बावजूद उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। अब मुख्यमंत्री बने रहने के लिए उनका चुनकर विधानसभा पहुंचना जरूरी है।
बता दें कि भवानीपुर समेत पश्चिम बंगाल की तीन सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं। मुर्शिदाबाद जिले की समसेरगंज और जंगीपुर सीट पर भी वोट डाले जा रहा हैं। भवानीपुर सीट पर सुरक्षा के खास इंतजाम किए गए हैं। यहां 97 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं और केंद्रीय बलों की 15 कंपनयों को तैनात किया गया है। साथ ही बूथ के 200 मीटर के दायरे में धारा 144 लागू कर दी गई है।
भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए हो रहे मतदान के दौरान भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प हुई। हालांकि बाद में वहां मौजूद रहे जवानों ने बीच बचाव कर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं को वहां से हटाया। इसी दौरान भवानीपुर के ही शरत बोस मार्ग पर कुछ लोगों ने भाजपा नेता कल्याण चौबे की कार पर हमला कर दिया।
#watch | West Bengal: A scuffle broke out between BJP and TMC supporters in Bhabanipur assembly constituency, where voting for the by-poll is underway today. BJP leader Kalyan Chaubey's car was allegedly vandalised. pic.twitter.com/TBiPFdsWlI— ANI (@ANI) September 30, 2021
गुरुवार को भवानीपुर विधानसभा उपचुनाव के लिए हो रहे मतदान में सीएम ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी वोट डाला। इस दौरान उन्होंने भवानीपुर के ही एक बूथ पर मतदान किया।
पश्चिम बंगाल: तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिषेक बनर्जी भवानीपुर उपचुनाव में मतदान करने पहुंचे। pic.twitter.com/lqUsqZCbFO— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 30, 2021
West Bengal | ISKCON Temple monks cast their votes for Bhabanipur bypolls at La Martiniere School, Kolkata. "It's an important vote, it will decide the Chief Minister of the state. People should come forward and vote," a devotee says pic.twitter.com/U8BBfP6r8R
— ANI (@ANI) September 30, 2021
चुनाव आयोग के अनुसार भवानीपुर उपचुनाव में दोपहर 3 बजे तक 48.08 फीसदी मतदान हुआ जबकि समसेरगंज में 72.45 फीसदी और जंगीपुर में 68.17 फीसदी मतदान हुआ।
गुरुवार दोपहर 3 बजे के करीब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व भवानीपुर सीट से उम्मीदवार ममता बनर्जी भी मतदान करने पहुंची।
पश्चिम बंगाल: मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भवानीपुर उपचुनाव में मतदान करने पहुंचीं। pic.twitter.com/8z3BJ2rBmo
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 30, 2021
टीएमसी नेता व पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री सुब्रत मुख़र्जी ने गुरुवार को ट्वीट कर लोगों से ममता बनर्जी के पक्ष में मतदान करने की अपील की। मतदान के दिन वोट करने की अपील वाले ट्वीट को लेकर भाजपा ने चुनाव आयोग का रुख किया और टीएमसी विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
#votefordidi
— MLA Subrata Mukherjee (@MLA_Subrata) September 30, 2021
Today is a very important day as the by-polls are are being held in 3 seats including Bhabanipur. We have to motivate voters to vote in favour of Didi and ensure that Didi wins by a huge margin.#mamatabanerjeeforbhabanipur pic.twitter.com/XzS4nUxTuP
पश्चिम बंगाल के समसेरगंज, जंगीपुर और भवानीपुर उपचुनाव में दोपहर एक बजे तक क्रमश: 57.15 फीसदी, 53.78% और 35.97% मतदान हुआ।
टिबरेवाल ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने वार्ड संख्या-72 में एक मतदान केन्द्र पर मतदान प्रक्रिया को जबरन रोक दिया और राज्य मंत्री फिरहाद हकीम निर्वाचन क्षेत्र में मतदाताओं को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे थे।
हकीम ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा, ‘‘ क्या सड़क किनारे स्टॉल पर चाय पीने से मतदाता प्रभावित होते हैं ? भाजपा जानती है कि वह उपचुनाव हार जाएगी और अब बहाने बना रही है।’’
12 बजे तक समसेरगंज सीट पर 40 फीसदी वोटिंग हुई और जांगीपुर में 36.11 फीसदी वोट प ड़े। भवानीपुर सीट पर 12 बजदे तक 21 फीसदी ही मतदा हुआ। देखा जा रहा है कि भवानीपुर सीट पर काफी कम वोटिंग हो रही है।
चुनाव आयोग के सूत्रों ने बताया कि मुर्शिदाबाद जिले की समसेरगंज सीट के लिए करीब 16.32 प्रतिशत और जंगीपुर सीट के लिए करीब 17.51 प्रतिशत मतदान हुआ। कड़ी सुरक्षा के बीच तीनों सीटों के लिए मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ था।
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में हार के बाद भाजपा भवानीपुर सीट पर पूरा दम लगा चुकी है। चुनाव प्रचार के आखिरी में इस सीट पर 80 नेताओँ को उतार दिया गया। दरअसल भाजपा संदेश देना चाहती है कि पश्चिम बंगाल में उसकी हार का मतलब नहीं है कि ममता बनर्जी को मोदी के विकल्प के तौर पर देखा जाए।
समसेरगंज में चुनाव शुरू होने से पहले बम फेंके जाने के मामले में टीएमसी नेता अनारुल हक को गिरफ्तार कर लिया गया है। 9 बजे तक भवानीपुर सीट पर 8 फीसदी वोटिंग हुई है।
भवानीपुर सीट पर टीएमसी के सोवन चटर्जी की जीत हुई थी। हालांकि बात में उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद ममता बनर्जी ने उपचुनाव में यहां से पर्चा दाखिल किया। ममता बनर्जी इससे पहले भवानीपुर सीट से ही निर्वाचित होती रही हैं। इस बार उन्होंने नंदीग्राम सीट से किस्मत आजमायी थी लेकिन कामयाबी उन्हें नहीं मिल पाई।
आज ओडिशा पिपली सीट पर भी उपचुनाव हो रहा है। इन सभी सीटों पर उपचुनाव के बाद वोटों की गिनती 3 अक्टूबर को की जाएगी। वहीं भवानीपुर से भाजपा प्रत्याशी ने आरोप लगाया है कि वार्ड संख्या 72 में टीएमसी विधायक मदन मित्रा बूथ कैप्चर करना चाहते हैं। उन्होंने जानबूझकर यहां मशीन बंद करवा दी थी।
भाजपा प्रत्याशी प्रियंका टिबरेवाल ने टीएमसी विधायक मदन मित्रा पर बूथ कैप्चरिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष मतदान होने बहुत जरूरी हैं। राज्य सरकार इस समय डरी हुई है इसलिए वह उपचुनाव जीतने के लिए कोई भी हथकंडा इस्तेमाल कर सकती है।