केंद्र की मोदी सरकार के नोटबंदी फैसले के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों ने सोमवार को “जन आक्रोश दिवस” का आयोजन किया। वहीं वाम दलों ने नोटबंदी के विरोध में भारत बंद कराया। इसके तहत देश भर में विरोध-प्रदर्शन किए गए। पहले विपक्ष द्वारा इस दिन देशव्यापी बंद के अह्वान की खबरें सामने आ रही थी लेकिन बाद में कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट कर दिया कि उनकी योजना सिर्फ धरना प्रदर्शन करने की है, ना की बंद बुलाने की। कांग्रेस ने दावा किया कि अवैध तरीकों से धन जमा करने वाले लोगों को परेशानी नहीं हो रही है। परेशानी सिर्फ आम लोगों को हुई है।
ओडिशा में भी जन आक्रोश दिवस का असर दिखा। बैंकों के बाहर लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। राज्य में कई स्कूल आज बंद रहे।उधर, पूर्वोत्तर में बंद का खासा असर रहा। अगरतला की सड़कें वीरान रहीं। नोटबंदी के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए माकपा और भाकपा सहित वामपंथी पार्टियों ने पश्चिम बंगाल में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था। हरियाणा में INLD ने भी बंद का समर्थन किया। हालांकि, जनता दल (यूनाइटेड) विरोध प्रदर्शन में शामिल नहीं हुई। बिहार के मुख्यमंत्री और पार्टी मुखिया नीतीश ने पहले ही कहा था कि उनकी पार्टी जदयू नोटबंदी के मुद्दे पर किसी भी विरोध या बंद का हिस्सा नहीं होगी।
125 करोड़ लोगों का विरोध:
केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि विपक्ष को नोटबंदी के इस फैसले का समर्थन करना चाहिए, लेकिन वह इसके उलट काम कर रही है। उन्होंने कहा, “कालेधन के खिलाफ आक्रोश होना चाहिए, लेकिन अफसोस इस बात का है कि विपक्ष की बुद्धि उल्टी चल रही है। विपक्ष को संसद के दोनों सदन में चर्चा करनी चाहिए। हम तैयार हैं, फिर वो क्यों भाग रहे हैं?” वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा, “विपक्ष का यह विरोध प्रदर्शन 125 करोड़ भारतीय जनता के खिलाफ है, जो नोटबंदी में पूरा समर्थन कर रही है”
भारत बंद: नोटबंदी के खिलाफ देश भर में विपक्षी पार्टियों का विरोध प्रदर्शन
कहां-कहां हुआ विरोध-प्रदर्शन:
जम्मू में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जन आक्रोश रैली निकाली। वहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। कई जगहों पर पुलिस के साथ प्रदर्शनकारियों की झड़प की भी खबरें हैं। चेन्नई में जन आक्रोश मार्च निकाला गया। वहां भी डीएमके कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। भारत बंद के शुरुआत में ही पटना में वाम दलों और जनाधिकार मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने रेल रोकी। इलाहाबाद में भी सपा कार्यकर्ताओं ने ट्रेन रोककर अपना विरोध-प्रदर्शन जताया। उधर, मुंबई में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विशाल प्रतिरोध रैली निकाली।