झारखंड में भाजपा के प्रदर्शन से उत्साहित पार्टी के राष्ट्रीय सचिव सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि अब पश्चिम बंगाल की बारी है और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को सत्ता खोने के डर में रहने के बजाय पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने यहां एक सभा में कहा, ‘‘न तो मैं ज्योतिषी हूं और न ही सीबीआई मेरे नियंत्रण में है। लेकिन मैं क्या कर सकता हूं? आपकी (ममता की) पार्टी के नेताओं की करतूतें ऐसी हैं कि उन्हें जेल जाना पड़ा। आपकी पार्टी के सांसद कुणाल घोष ने स्थिति बिगाड़ी। 2015 में भाग मुकुल भाग होगा। 2016 में भाग ममता भाग होगा।’’

मुख्यमंत्री के खिलाफ ऐसी ही एक टिप्पणी को लेकर पहले तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी की आलोचनाओं का शिकार हुए सिंह ने कहा कि वह तब तक चुप नहीं बैठेंगे जब तक बंगाल से 2016 के विधानसभा चुनावों में भ्रष्ट और जनविरोधी तृणमूल कांग्रेस सरकार का सफाया नहीं हो जाए।

उन्होंने कहा, ‘‘तृणमूल कांग्रेस के सांसद संसद में प्रधानमंत्री के सामने गुस्सा दिखाते हैं। मैं केवल यह कहना चाहता हूं कि आप (ममता) साहस दिखाकर खुद सीबीआई दफ्तर क्यों नहीं जातीं और कहतीं कि आप घोटाले का पर्दाफाश करने स्वयं आई हैं जिसमें 17 लाख गरीब निवेशकों को ठग लिया गया।’’

भाजपा नेता ने कहा, ‘‘वरना आप डरे रहेंगे। इसलिए मैंने कहा है कि आप को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर आप डरी रहीं तो आपकी सेहत पर भी असर पड़ेगा। झारखंड में भाजपा का मुख्यमंत्री बनाने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह एक फरवरी को फिर आ रहे हैं और आप एक बार फिर डर से कांपेंगी।’’

सिंह ने सारदा घोटाले के सिलसिले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किये गये राज्य के परिवहन मंत्री मदन मित्रा और तृणमूल कांग्रेस के सांसद श्रृंजॉय बोस के अस्पताल में रहकर पूछताछ से बचने पर चुटकी ली।

उन्होंने कहा, ‘‘खेल मंत्रालय का कामकाज देखने वाले मित्रा को खुद भी दुरुस्त रहने की जरूरत है। तृणमूल के युवा नेता श्रृंजॉय बोस को सेहतमंद होना चाहिए। लेकिन जब से सीबीआई ने नकेल कसी है, उन्होंने अस्पताल में शरण ले रखी है ताकि सीबीआई से बच सकें।’’

सिंह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने भाजपा पर सीबीआई के दुरुपयोग का आरोप लगाया है लेकिन ऐसा कैसे संभव है जब कि सारदा घोटाले में जांच पूर्ववर्ती संप्रग सरकार के दौरान उच्चतम न्यायालय के निर्देशों पर शुरू हुई थी।

सिंह ने तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी का नाम लिये बिना कहा, ‘‘कुछ दिनों पहले मुझे और मेरे नाना लाल बहादुर शास्त्री को गाली देने वाले तृणमूल कांग्रेस के सांसद को बताना चाहता हूं कि सारदा घोटाले में धोखाधड़ी का शिकार होने के कारण जब राज्य में किसान सुरक्षित नहीं हैं तो मैं उनके साथ खड़ा रहूंगा। मैं शास्त्रीजी का नाती होने के नाते वादा करता हूं कि बंगाल को 2016 में तृणमूल कांग्रेस के शासन से मुक्त कराकर रहूंगा।’’

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपने आपत्तिजनक बयान को लेकर लोकसभा में खेद प्रकट कर चुके तृणमूल सांसद कल्याण बनर्जी ने रविवार को सिंह पर एक जनसभा में निजी हमला किया था।

तृणमूल सांसद ने कहा था कि सिंह के व्यवहार से लगता है कि वह पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के परिवार में कलंक हैं।