Bengaluru Stampede: बेंगलुरु में 4 जून को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की जीत के जश्न के दौरान हुई भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 11 साल के भौमिक लक्ष्मण की भी जान गई। भौमिक के पिता का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। इसमें वह बेटे की कब्र से लिपटकर रो रहे हैं। पिता ने कहा कि मेरे बेटे के साथ जो हुआ वैसा किसी के साथ नहीं होना चाहिए।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, बीटी लक्ष्मण अपने बेटे की कब्र के पास जोर-जोर से रोते हुए कह रहे हैं, ‘मैंने उसके लिए जो जमीन खरीदी थी, वहीं उसकी यादगार बनाई गई है। मैं अब कहीं और नहीं जाना चाहता। मैं यहीं रहना चाहता हूं। किसी भी पिता को वह सब नहीं सहना चाहिए जो मैं सह रहा हूं।’ इंजीनियरिंग का फाइनल ईयर का स्टूडेंट भौमिक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
प्रशासन को पिता ने ठहराया था जिम्मेदार
बीटी लक्ष्मण ने इस त्रासदी के बाद मीडिया से बात की थी और सरकार से अपील की थी कि उनके बेटे का शव पोस्टमार्टम के दौरान काटे बिना उन्हें दे दिया जाए। उन्होंने आंसू रोकते हुए कहा था, ‘मेरा एक ही बेटा था और अब मैंने उसे खो दिया है। कृपया मुझे उसका शव दे दीजिए, पोस्टमार्टम मत कराइए और उसके शव को टुकड़ों में मत काटो। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री हमसे मिल सकते हैं, लेकिन वे उसे वापस नहीं ला सकते।’
बेंगलुरु भगदड़ पर कांग्रेस सरकार से HC ने पूछे ये 10 गंभीर सवाल
बीजेपी कांग्रेस सरकार को इस हादसे के लिए जिम्मेदार बता रही है। हालांकि, कांग्रेस ने बार-बार बीजेपी पर इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है और कहा है कि कर्नाटक सरकार पीड़ितों के परिवारों की मदद करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि इस तरह की त्रासदी फिर न हो।
कर्नाटक सरकार ने क्या कार्रवाई की?
पुलिस ने भगदड़ के सिलसिले में चार लोगों को गिरफ्तार किया है और बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर समेत पांच पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। शुक्रवार को कर्नाटक सरकार ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के राजनीतिक सचिव के गोविंदराज के साथ-साथ राज्य के खुफिया विभाग के प्रमुख को भी बर्खास्त कर दिया। वहीं बेंगलुरु भगदड़ मामले में कर्नाटक सरकार ने शनिवार शाम को मुआवजे की राशि को बढ़ाने का एलान किया है। कर्नाटक की सिद्दारमैया सरकार ने मृतकों के परिवारों को 25 लाख रुपये मुआवजे के तौर देने की घोषणा की है। पहले यह रकम 10 लाख थी। बेंगलुरु भगदड़ मामले में अपने राजनीतिक सचिव से क्यों खफा हुए CM सिद्दारमैया