बेंगलुरु में इंजीनियर की आत्महत्या का मामला देशभर में चर्चा का मुद्दा बन गया है। इस मामले में अब इंजीनियर अतुल सुभाष के परिवार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पीएम नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है। मृतक के परिवार का कहना है कि भारत में सारे कानून सिर्फ महिलाओं के लिए बने हुए हैं। यहां पुरुषों के लिए कोई कानून ही नहीं है।
अतुल के भाई विकास का कहना है कि भारत में केवल औरतों के लिए कानून हैं, पुरुषों के लिए कोई कानून ही नहीं है। विकास ने मीडिया से बताया कि मेरे भाई से अलग होने के करीब 8 महीने बाद उसकी पत्नी ने तलाक का केस फाइल किया। उसने मेरे भाई और पूरे परिवार के खिलाफ तरह-तरह के आरोप लगाए। मेरा भाई इन सबसे लड़ता रहा लेकिन आखिर में वह हार मान गया। विकास के मुताबिक उसने अपनी पत्नी के लिए जो भी संभव था किया।
अतुल ने परिवार को अपना दुख नहीं बताया
वहीं, अतुल के पिता पवन कुमार ने अपने बेटे की मौत पर कहा कि अतुल डिप्रेशन में था लेकिन उसने कभी अपने परिवार को अपना दुख नहीं बताया। पवन कुमार ने बताया कि उनके बेटे ने बताया था कि मीडिएशन कोर्ट वाले कानून के मुताबिक काम नहीं करते। यहां तक कि वह लोग सुप्रीम कोर्ट की नियमों का भी पालन नहीं करते हैं। उसे बेंगलुरु से जौनपुर कम से कम 40 बार जाना पड़ा था। उसकी पत्नी उसके खिलाफ एक के बाद एक आरोप लगाती ही जा रही थी। इन सबसे वह अवसाद का शिकार हो गया था।
पवन कुमार के मुताबिक उस महिला ने हमारे ऊपर ऐसे आरोप लगाए, जिनका कोई तर्क नहीं है। हमारे बेटे ने सिस्टम के सामने लाचार होने के बाद अपनी जान दे दी।
इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड केस में पत्नी के खिलाफ दर्ज FIR, ससुराल वालों पर भी हुआ एक्शन
बेंगलुरु में उनके फ्लैट से बरामद हुआ था इंजीनियर अतुल सुभाष का शव
गौरतलब है कि मूल रूप से बिहार के रहने वाले अतुल सुभाष का शव बेंगलुरु में उनके फ्लैट से बरामद हुआ था। पड़ोसियों ने उनके घर का दरवाजा तोड़ा तो उनकी बॉडी फंदे पर लटकी मिली थी। अतुल के परिवार की शिकायत पर पुलिस ने उनकी पत्नी और ससुरालवालों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया है। जिसके बाद चार लोगों पर FIR दर्ज की गई है। FIR में अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग सिंघानिया और चाचा ससुर सुशील सिंघानिया का नाम है।
अतुल ने अपने 24 पेज के सुसाइड नोट में अपनी पत्नी और ससुराल के अन्य तीन लोगों पर कानून का दुरुपयोग कर उन्हें प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। सुसाइड से पहले बनाए अपने वीडियो में अतुल सुभाष ने जज रीता कौशिक पर आरोप लगाया कि उन्होंने मामले को सेटल करने के लिए उनसे 5 लाख रुपये की घूस मांगी थी।
अतुल सुभाष ने 24 पेज के लेटर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम भी एक पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने देश के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम की खामियों के बारे में लिखा और पुरुषों के खिलाफ झूठे केस दर्ज कराने के ट्रेंड के बारे में बताया। अपनी अंतिम पोस्ट में उन्होंने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क से भी भारतीय पुरुषों के लिए न्याय की अपील की। पढ़ें- कौन हैं जौनपुर की फैमिली जज रीता कौशिक? जिनका अतुल सुभाष ने सुसाइड नोट में क्या जिक्र