बेंगलूरु में हुए विस्फोट को एक ‘‘आतंकी हमला’’ करार देते हुए केन्द्र सरकार ने आज कहा कि इस मामले को जांच के लिए एनआईए को सौंपा जा सकता है। इसके साथ ही उसने कर्नाटक सरकार से बेंगलूरु में सीसीटीवी कैमरों की संख्या को बढ़ाकर सुरक्षा को मजबूत बनाने को कहा।

बेंगलूरु में हुए विस्फोट के एक दिन के बाद यहां आयोजित एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक में हिस्सा लेकर निकल रहे राजनाथ सिंह ने कहा कि उचित जांच के बाद ही यह पता लग सकेगा कि विस्फोट की प्रकृति क्या है और इसके पीछे कौन लोग हो सकते हैं।

बेंगलूरु में कल रात एक रेस्टोरेंट के बाहर हुए कम तीव्रता वाले एक विस्फोट में एक महिला मारी गयी और तीन व्यक्ति घायल हो गये।

गृह राज्य मंत्री किरण रिजीजू ने कहा, ‘‘यह एक आतंकी हमला था।’’ उन्होंने कहा कि जांचकर्ता घटना से जुड़े तारों को एक साथ जोड़ने का और विस्फोट में शामिल लोगों का पता लगाने का प्रयास कर रहे है।

इस विस्फोट के पीछे किसका हाथ हो सकता है, यह पूछे जाने पर उन्होंने कहा ‘‘इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। जांच चल रही है।’’

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार बेंगलूरु विस्फोट की जांच में कर्नाटक सरकार को हर संभव मदद करेगी। उन्होंने राज्य सरकार से आईटी सिटी के सभी प्रमुख इलाकों में पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने को कहा।

सिंह ने सभी राज्य सरकारों से, खासकर उनसे जिनके यहां प्रमुख शहर हैं, शहर के प्रमुख इलाकों में ज्यादा से ज्यादा संभव संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाने की भी अपील की। उन्होंने कहा, ‘‘केन्द्र सरकार इस कार्य में राज्य सरकारों को सभी सहायता मुहैया कराने को तैयार है।

विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी को सौंपने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर राजनाथ सिंह ने कहा कि जरूरी सूचनाएं इकट्ठा करने के बाद ही इस पर निर्णय किया जायेगा। उन्होंने कहा, ‘‘अगर जरूरी हुआ तो हम एनआईए को जांच सौंपेंगे। उन्होंने विस्फोट की निंदा करते हुए कहा कि केन्द्र सरकार इसकी जांच में राज्य सरकार को हर आवश्यक मदद करेगी।

गृह मंत्री ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केन्द्रीय गृह सचिव अनिल गोस्वामी और खुफिया ब्यूरो के निदेशक आसिफ इब्राहिम सहित शीर्ष अधिकारियों के साथ कर्नाटक और असम की सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। सरकारी सूत्रों ने बताया कि दो केन्द्रीय दलों को दिल्ली और हैदराबाद से बेंगलूरु रवाना किया गया है। इनमें जांचकर्ता और विस्फोटक विशेषज्ञ शामिल हैं।

इस बीच, कानून मंत्री सदानंद गौड़ा और रसायन एवं उर्वरक मंत्री अनंत कुमार ने राजनाथ सिंह से मुलाकात की और विस्फोट के बाद बेंगलूरु शहर की स्थिति पर चर्चा की।