नदिया जिले के ईसाई स्कूल में 71 साल की नन से सामूहिक बलात्कार के 36 घंटे बाद तक पुलिस एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है। हालांकि स्कूल के सीसीटीवी कैमरे में कुछ आरोपियों का चेहरा साफ-साफ दिख रहा है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की पहचान तक नहीं कर पाई है।

नदिया के पुलिस अधीक्षक अरनब घोष ने बताया कि मामले में रविवार को आठ लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जिले भर में तलाशी अभियान चलाया गया। एक और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज में कैद आरोपियों की तस्वीरें बीएसएफ की चौकियों पर भेज दी गई हैं ताकि वे राज्य की सीमा से बाहर नहीं भाग पाएं। वहीं जीसस एंड मेरी कानवेंट स्कूल की सिस्टर सुपीरियर को रानाघाट अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल अधिकारियों ने बताया कि उनकी हालत अब स्थिर है।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केएन त्रिपाठी ने उम्मीद जताई कि जल्द ही दोषियों को पकड़ा जाएगा। कोलकाता में एक कार्यक्रम के इतर राज्यपाल ने पत्रकारों से कहा-किसी को भी इस तरह की धार्मिक संस्थान का अपमान नहीं करना चाहिए। मैं आश्वस्त हूं कि यह सरकार गुनहगारों को पकड़ने के लिए पूरा प्रयास करेगी। सभी ईसाइयों के एकीकृत राज्य फोरम बांगिया क्रिस्टिया परिसेवा के राज्य कार्यकारी अध्यक्ष हेरोद मुलिक ने रविवार को गंगनापुर में बताया कि दोषियों का इरादा केवल लूटपाट करना ही नहीं था, यह अल्पसंख्यक समुदाय पर हमला था।

घटना की कड़ी निंदा करते हुए मुलिक ने कहा कि ईसाइयों के खिलाफ राज्य के विभिन्न हिस्सों में हमले बढ़े हैं।
मुलिक ने दावा किया कि जान की धमकी मिलने के बाद नन ने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी। एसपी ने शनिवार को कहा था कि स्कूल से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त किया गया है जिससे पता चला है कि चार लोग घटना में कथित तौर पर संलिप्त थे। एसपी ने पुख्ता जानकारी देने पर एक लाख रुपए के इनाम दिए जाने की भी घोषणा की है, जिससे कि आरोपी की गिरफ्तारी हो सके।

नन गैंगरेप मामला, कोलकाता, पश्चिम बंगाल, सीबीआई जांच, पश्चिम बंगाल सरकार, भाजपा, राजनीति, Nuns Gangrep case , Kolkata , West Bengal , CBI , the West Bengal government , the BJP , Politics
बंगाल में 72 साल की नन के साथ गैंग रेप, 8 संदिग्‍ध हिरासत में

 

रानाघाट सब डिवीजन के स्थानीय कानवेंट स्कूल प्रशासन के मुताबिक यह गिरोह रात में साढ़े 12 बजे के बाद कानवेंट में घुसा और उनमें से तीन-चार ने नन के साथ बलात्कार किया। यह गिरोह 12 लाख रुपए लेकर चंपत हो गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को घटना की सीआइडी जांच कराने और गुनहगारों के खिलाफ तेज और कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया था।

कांग्रेस नेता पीसी चाको ने मामले में दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की। चाको ने नई दिल्ली में पत्रकारों से कहा-दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। सरकारें स्थिति की गंभीरता के अनुरूप काम नहीं कर रहीं। उनकी खामियां साफ जाहिर हैं। यह इसका अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार असामाजिक तत्त्वों को तत्काल पकड़ा जाना चाहिए और बिना समय गंवाए जांच कराके दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए।

नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा कि बलात्कार हमारी परंपरा के खिलाफ है। सभी सभ्य समाज ऐसी घटनाओं की निंदा करते हैं। लेकिन ऐसी घटनाओं को धार्मिक रंग देकर इनका उपयोग समुदायों के बीच तनाव पैदा करने के लिए नहीं करना चाहिए।

वहीं कोलकाता के आर्चबिशप थॉमस डिसूजा ने कहा कि पीड़िता के प्रति एकजुटता और सहानुभूति प्रकट करने के लिए सोमवार को पार्क स्ट्रीट में एलेन पार्क से रैली निकाली जाएगी। उन्होंने कहा-हम अहिंसा और महिलाओं के प्रति सम्मान के महत्व को लेकर समाज में जागरूकता पैदा करना चाहते हैं।

सभी वर्ग के लोगों से इस रैली में भाग लेने की अपील की गई है। डिसूजा ने यह भी कहा कि घटना के बाद इलाके में बसे 600 ईसाई परिवारों के बीच खौफ पैदा हो गया है। यहां का सबसे नजदीकी पुलिस थाना भी 6 किलोमीटर दूर है। मामले को दिल्ली और बंगलुरु में चर्च हमलों से जोड़ने के सवाल पर डिसूजा ने कहा कि कुछ भी संभव हो सकता है। लेकिन जब तक पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं करती तब तक हम कोई दावा नहीं कर सकते।