Bengal Murshidabad Violence: वक्फ कानून के विरोध में पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही। शुक्रवार को निमटीटा रेलवे स्टेशन पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने उग्र प्रदर्शन करते हुए ट्रेन पर पत्थर फेंके। हिंसा के कारण कई ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया और दो रद्द कर दिए गए हैं। हिंसा और आगजनी के मद्देनजर मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज में बीएसएफ के जवान तैनात किए गए हैं।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सुती में प्रदर्शनकारियों ने सरकारी बसों में आग लगा दी और राष्ट्रीय राजमार्ग 12 अवरुद्ध किया। पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया, लेकिन स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है। कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं और कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इससे पहले रघुनाथगंज के उमरपुर में दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई थी। भारतीय न्याय संहिता की धारा 163 सुती में पर लागू कर दी गई है, लेकिन इसके बावजूद विरोध प्रदर्शन जारी है।

हिंसा की वजह से धुलियानगंगा और निमटीटा रेलवे स्टेशन के बीच ट्रेन सेवा बाधित हो गई है। रेलवे ने जानकारी दी है कि न्यू फरक्का-अजीमगंज रेल खंड पर रेलवे सेवा बाधित हो गई है। लगभग 5000 प्रदर्शनकारी लोगों ने रेलवे ट्रैक पर कब्जा कर लिया है। ये प्रदर्शनकारी एलसी गेट नंबर 42 और 43 के पास बैठ हैं। 53029 अजीमगंज-भागलपुर पैसेंजर और 53435 कटवा-अजीमगंज पैसेंजर ट्रेन रद्द कर दी गई है। वहीं, पांच ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया गया है। जिनमें 13432 बालुरघाट-नबद्वीप धाम एक्सप्रेस, 15644 कामाख्या-पुरी एक्सप्रेस, 13141 सियालदह-न्यू अलीपुरद्वार तीस्ता तोर्सा एक्सप्रेस, 05640 कोलकाता-सिलचर स्पेशल और 13465 हावड़ा-मालदा टाउन इंटरसिटी शामिल हैं।

मुर्शिदाबाद में वक्फ के नए कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने पुलिस पर पथराव किया। इससे पहले उन्होंने नेशनल हाईवे 34 को जाम कर दिया था। जब पुलिस ने उन्हें हटाना शुरू किया, तो पथराव होने लगा। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी और लाठीचार्ज किया। दो दिन पहले भी पुलिस पर हमला हुआ था और दो गाड़ियों को प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया था।

पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने हिंसा को लेकर प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा हमला बोला है। मजूमदार ने कहा कि वक्फ कानून तो पूरे देश में लागू होगा, बंगाल देश से बाहर नहीं है। ममता बनर्जी चाहती हैं, इसलिए हिंसा हो रही है। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल को जिहादियों के हाथों में दे दिया है। अलग-अलग हिस्सों में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ की जा रही है, हिंदुओं के घरों पर हमले हो रहे हैं। अगर हमारे पास लॉ एंड ऑर्डर हो तो हम 15 मिनट में सारा हिंसा खत्म कर देंगे।

सुकांत मजूमदार ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही हैं। वक्फ विरोधी हिंसक प्रदर्शनों ने राज्य को ठप्प कर दिया है। मुर्शिदाबाद में कई एक्सप्रेस ट्रेनें रोकी जा रही हैं, यात्री फंसे हुए हैं, डरे हुए हैं और रेल परिसर युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो गया है।

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उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है। राज्य में सीएए विरोध प्रदर्शनों के दौरान भी इसी तरह की अराजकता देखी गई थी और मुख्यमंत्री क्या कर रही हैं? कुछ नहीं। उनकी चुप्पी कानफोड़ू और निंदनीय है। इससे यह साबित होता है कि यह हिंसा भले ही उसके प्रत्यक्ष आशीर्वाद से न हो, लेकिन उसकी जानकारी में हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून का शासन नहीं है।यह राजनीतिक लाभ के लिए उग्रवाद के सामने आत्मसमर्पण है। इस आपदा के लिए ममता बनर्जी को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

इसी सियासी हलचल के बीच मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड “बत्ती गुल आंदोलन” की योजना के साथ सामने आया है। 11 अप्रैल 2025 से 7 जुलाई 2025 तक “वक्फ बचाओ अभियान” चलाया जाएगा। दिल्ली के रामलीला मैदान तक आंदोलन की योजना है। 30 अप्रैल को रात 9 बजे आधे घंटे के लिए मुसलमान अपने घर और फैक्ट्री की बिजली बंद कर खामोश प्रदर्शन करेंगे।

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