यहां जल, मिट्टी और अंतरिक्ष में भी मोक्ष मिलती है। सनातन धर्म के पुराणों में यहां स्नान का अलग महत्व बताया गया है। यहां गंगा उत्तराखंड के गौमुख से निकल कर सागर में मिली है। मेले की तैयारियां अब अंतिम चरण में है। मकर संक्रांति के अवसर पर स्रान पर जुटने वाले श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसके मद्देनजर बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं। तैयारियों का जायजा लेने के लिए कई बार आलाधिकारी और मंत्री दौरा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद नजर बनाए हुए हैं। नीला और सफेद रंग मुख्यमंत्री का पसंदीदा रंग है।

सड़कों पर लगी ग्रिल और सरकारी इमारतों यहां तक कि पानी जहाजों को भी नीले-सफेद रंग से रंगने का काम अंतिम दौर में है। गंगासागर स्रान महाकुंभ के बाद दूसरा स्रान का स्थान माना जाता है। यहां स्रान करने से जल, मिट्टी और अंतरिक्ष में भी मोक्ष मिलता है। सनातन धर्म के पुराणों में यहां स्रान का अलग महत्त्व बताया गया है। यहां गंगा उत्तराखंड के गौमुख से निकल कर सागर में मिलती है। इसलिए बंगालवासी इसे मिलन तीर्थ के नाम से भी जानते हैं। यहां का दौरा करने के बाद यह बात समझ में आती है कि सारे तीर्थ बारबार गंगासागर एक बार।

कपिलमुनि विष्णु के पांचवें अवतार माने जाते हैं। इनके आश्रम का जिक्र स्कंद पुराण में भी मिलता है। यहां सागर के साठ हजार पुत्रों को गंगा के जल से मोक्ष प्राप्ति हुई थी। उन्हें कपिलमुनि का ही श्राप दिया हुआ था। यहां अब सीमेंट और टाइलों से जड़ा मंदिर बन चुका है, जहां लाखों लोग दर्शन-पूजा करने पहुंचते हैं। यह मंदिर अयोध्या के हनुमानगढ़ी के महंतों की देखरेख में है। हेमंत दासजी अभी यहां के प्रमुख है।

बंगाल सरकार द्वारा मकरसंक्रांति के मद्देनजर बिजली का पुख्ता इंतजाम किया गया है। बिजलीयुक्त तोरण द्वार यात्रियों के स्वागत के लिए बने हैं। एक नंबर जेटी का स्टीमर चालू है। चार नंबर जेटी से स्टीमर चलाने को तैयारी चल रही है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारी दिन रात लगे दिखे। सड़कों की मरम्मत का काम करीबन हो चुका है। गाड़ियों की पार्किंग एक नंबर जेटी पर जाने के बाएं तरफ खुले मैदान में बनाई गई है। जगह जगह पीने के पानी के नल लगाए गए हैं। स्वास्थ्य केंद्र खोले जा रहे हैं। सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए जा रहे हैं। हिफाजत के लिए स्टीमर की सवारी के लिए अलग-अलग पांच पुल बनाए गए हैं ताकि भगदड़ न हो।भीड़ इक्कठी न हो। सेना के सैकड़ों जवान तैनाती के लिए पहुंच चुके हैं।