मेरठ की दो लड़कियों ने इस महीने की शुरुआत में दावा किया था कि उन्होने अपने पिता की हत्या की है, हालांकि पुलिस का कहना है कि ये सिर्फ एक हादसा था। लेकिन इस पूरे मामले के पीछे एक बहुत गहरा राज छिपा हुआ है। 12 मई 2016 को अपनी मौत से पहले दैनिक मजदूरी करने वाला पिता कथित तौर पर निछले कई साल से अपने बेटियों का बलात्कार कर रहा था। घटना के तुरंत बाद लड़कियों ने पिता की हत्या करने का दावा किया, जिसके बाद उनकी मां बिना उन्हें बताए पांच साल के भाई को लेकर घर छोड़कर चली गई।
10×5 फीट का कमरा 17 और 18 साल की इन दो लड़कियों का घर है। चिलचिलाती गर्मी में भी उनके कमरे में पंखा नहीं है। परेशान और डरी-सहमी दोनों लड़कियों को पता नहीं कि उनके साथ अब क्या होगा। उनके मामा, जिनके पास खुद आय का कोई स्त्रोत नहीं है, लड़कियाें की देखभाल के लिए साथ रह रहे हैं, जबकि एक पड़ोसी उन्हें खाना मुहैया करा रहा है। बड़ी बहन कहती है कि आखिर कब तक ऐसा चलेगा, उसे नहीं पता। उनके मामा अपनी भांजियों का साथ निभाने की बात करते हुए कहते हैं, ‘घरवालों ने ये कहकर बेदखल कर दिया है कि तुमने बेटे को मारा, अब ये कहां जाएं?
लड़कियों के मामा उस वक्त उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में थे, जब उन्हें अपने जीजा की मौत का पता चला। उनका दावा है कि उन्हें लड़कियों के बलात्कार के बारे में कुछ भी पता नहीं है। उनका कहना है, “मैं भागकर मेरठ आया तो पता चला कि लड़कियों ने कुछ गलत किया है। अब मैं यहां उनके अभिभावक के तौर पर हूं। मैं नहीं जानता कि मेरी बहन कहां चली गई है।”
पुलिस कहती है कि जो हुआ वो हत्या नहीं, बल्कि एक हादसा था। 46 साल का आदमी नशे में धुत होकर घर लौटा, लड़खड़ाया और सिर के बल जमीन पर गिर गया। मेडिकल पुलिस थाने के इंचार्ज रविन्द्र कुमार वशिष्ठ कहते हैं, “लड़कियों को जेल में डालने का सवाल ही नहीं उठता। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में साफ हो चुका है कि व्यक्ति की मौत सिर में चोट लगने की वजह से हुई थी।” जब पुलिस से पूछा गया कि दोनों बहनों ने हत्या करने की बात कबूली है तो जवाब मिला कि मामले की जांच की जा रही है, जल्द ही सच सामने आ जाएगा।
पड़ोसियों का कहना है कि लड़कियां ने बहुत मुश्किल हालात देखे हैं। उनके माता-पिता मजदूर थे, उनके पास पर्याप्त पैसे नहीं थे इसलिए वो सिर्फ पहली कक्षा तक ही पढ़ सकीं। पड़ोसियों ने ये भी बताया कि घर में रोज लड़ाइयां होती थीं। लड़कियों का पिता शराब पीकर घर आता और उनकी मां को मारता-पीटता था।
लड़कियों का कहना है कि उन्होंने खुद को यौन शोषण रोकने के लिए मदद मांगी। कथित तौर पर मां के सामने ही लड़कियों के पिता ने उनका यौन शोषण किया, लेकिन मां कुछ नहीं कर सकी। लड़कियों के मुताबिक, उन्होने कभी किसी बाहरवाले से मदद नहीं मांगी। लड़कियों के घर के पास रहने वाली एक महिला कहती हैं, “झगड़ा रोज होता था, लेकिन बंद कमरे में क्या होता था, ये किसे पता?”
लड़कियों के मुताबिक, 12 मार्च को उनके पिता फिर शराब पीकर घर आए थे। लड़कियों ने उनका विरोध किया और तब तक पीटा, जब तक वो फर्श पर ढेर नहीं हो गए। बड़ी बहन कहती है, “बहुत दिनों से ऐसा चल रहा था, हम कब तक सहते।” लड़कियां इसके बाद सीधे मेडिकल पुुलिस थाने गई और अपना गुनाह कबूल लिया। लेकिन पुलिस ने एक बयान में कहा कि लड़कियों के पिता की लड़खड़ाकर दीवार से टकरा जाने की वजह से मौत हुई।
पूरा मामला भले ही अभी तक अनसुलझा है, लेकिन लड़कियों ने अपने चेहरे छिपाते हुए कुछ लोकल मीडिया चैनल्स पर दावा किया कि उन्होंने अपने पिता को मारा है। जब उनका कबूलनामा वायरल हो गया, पुलिस ने बड़ी बहन का रिकॉर्डेड बयान जारी किया जिसमें वह एक हादसे में पिता की मौत होने की बात कह रही है। एक पुलिसकर्मी का कहना है, “जो कुछ भी किया गया, वो दोनों लड़कियों के भले के लिए है। वे पहले से ही मुसीबतों से जूझ रही हैं। हालात और बदतर हो जाते अगर उन्हें जेल भेज दिया गया होता।”