स्वतंत्रता दिवस की 71वीं वर्षगांठ के मौके पर देशभर में आजादी का जश्न मनाया जा रहा। प्रधानमंत्री ने लाल किले से तिरंगा फहराया तो देशभर में कई जगह पर आम लोगों ने भी तिरंगा फहराया आजादी का जश्न मनाया। इसी बीच एक महिला ने भी जम्मू-कश्मीर में श्रीनगर स्थित सीआरपीएफ कैंप में ध्वजारोहण किया। महिला का नाम नेहा त्रिपाठी है और उनके द्वारा कराया गया यह ध्वजारोहण समारोह अपने आप में काफी खास है। नेहा त्रिपाठी के पति कमांडेंट प्रमोद कुमार बीते साल एक आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। अपनी शहादत से कुछ घंटे पहले ही उन्होंने भी कैंप में तिरंगा फहराया था। आज स्वतंत्रता दिवस पर उनकी पत्नी और 6 साल की बेटी ने उनकी जिम्‍मेदारी संभाली और तिरंगा फहराया।

बीते साल नौहट्टा इलाके में एक पेट्रोल पार्टी पर आतंकी हमले में प्रमोद शहीद हो गए थे। पेट्रोल पार्टी पर हुए हमले की खबर मिलते ही प्रमोद तुरंत हमले की जगह पर अपनी टीम की सहायता के लिए पहुंचे। लगभग 5 घंटे तक चली मुठभेड़ में प्रमोद शहीद हो गए और अन्य 9 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे। प्रमोद कुमार को इस साल किर्ती चक्र से सम्मानित किया गया है। किर्ती चक्र देश का तीसरा सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार है। कुमार की पत्नी नेहा त्रिपाठी और बेटी आरना ने करन नगर इलाके में 49वें बटालियन के कैम्प में झंडा फहराया और झंडे को सलामी दी। नेहा ने बटालियन के जवानों में मिठाई बांटने की रस्म भी निभाई जहां कभी उनके पति कमांडेंट थे। उन्होंने कैम्प के शहीद स्मारक पर फूल भी अर्पित किए।

एनडीटीवी से बातचीत में नेहा ने कहा, “यहां आना मेरे लिए काफी मुश्किल था, क्योंकि यहां वे शहीद हुए थे। लेकिन मैं यहां आई ताकि मैं उन्हें श्रद्धांजलि दे सकूं” नेहा और प्रमोद की शादी 2008 में हुई थी। प्रमोद कुमार की श्रीनगर में 2014 में तैनाती हुई थी। बता दें प्रमोद की शहादत से कुछ दिन पहले ही उन्हें प्रमोशन भी मिला था।