उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने दादरी में भीड़ द्वारा कथित तौर पर गोमांख खाने के मामले में एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या करने के सिलसिले में भाजपा पर निशाना साधते हुए दावा किया कि पार्टी 2017 में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सांप्रदायिक आधार पर धु्रवीकरण करके वोट पाने की रणनीति पर काम कर रही है।
आजम खान ने आरोप लगाया, ‘इस तरह की नृशंस गतिविधियों को भगवा दल की 2017 में उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी के तौर पर देखा जा सकता है। वे बेगुनाह मुसलमानों के नरसंहार को सांप्रदायिक आधार पर मतदाताओं को आकर्षित करने की एक रणनीति के तौर पर देखते हैं।’
उन्होंने कहा, ‘भाजपा विधानसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर हिंसा भड़का रही है। मुजफ्फरनगर की हिंसा के बाद बार बार इस तरह की घटनाएं घट रहीं हैं।’ उन्होंने सरकार को पूरे देश में गौकशी पर प्रतिबंध लगाने की चुनौती दी और कहा कि गोवा, मेघालय, पांडिचेरी और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में गौमांस खुले में बिक रहा है।
आजम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध किया कि भाजपा के लोगों को तुच्छ राजनीतिक फायदों के लिए मुस्लिम समुदाय को परेशान करने से रोका जाए। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के ‘सर्वधर्म समभाव’ के कथन पर भी उन्हें आड़े हाथ लेते हुए कहा कि 2002 के गुजरात दंगों के दाग उनसे अभी तक साफ नहीं हुए हैं। उन्होंने नोएडा प्रशासन पर भी तत्काल कार्रवाई नहीं करने और लाउडस्पीकर लगे वाहनों को सड़कों पर घूमने देने का