संसद के शीतकालीन सत्र में विपक्ष लगातार SIR पर चर्चा की मांग कर रहा है। अब केंद्र सरकार भी इस मसले पर राजी होती दिखाई दे रही है। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने लोकसभा में कहा कि चुनाव सुधार हो या कोई भी मुद्दा हो, हम पीछे नहीं हटेंगे और चर्चा के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ” मैंने कुछ प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को बातचीत के लिए बुलाया है, हम रास्ता निकालेंगे।”
शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन भी गतिरोध जारी रहने के बीच संसदीय कार्य मंत्री ने कहा, “कल भी हमने अनुरोध किया था, आज फिर कर रहा हूं। देश में कई मुद्दे हैं, किसी मुद्दे को हम छोटा नहीं मानते। संसद नियम से चलती है। एक मुद्दे को लेकर आप बाकी मुद्दों को दबा नहीं सकते। इस सदन में कई पार्टियां हैं। हर पार्टी की बात सुननी चाहिए। दो-चार पार्टी मिलकर संसद को ठप करेंगी, यह ठीक नहीं है।”
उन्होंने कहा, “यह लोकतंत्र है। चुनाव में हार-जीत होती है, मैं भी चुनाव हारा हूं, अटल जी भी चुनाव हारे थे। लेकिन हार की बौखलाहट में आप संसद में गुस्सा निकालेंगे, वो ठीक नहीं है।”
रिजीजू ने बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों का परोक्ष रूप से हवाला देते हुए कहा, “ऐसी हरकतें करने के कारण आप (विपक्ष) जनता का विश्वास खोते जा रहे हैं।” उन्होंने कहा, “मैं आश्वासन देता हूं कि चाहे चुनाव सुधार हो, अन्य कोई भी मुद्दा हो, हम पीछे नहीं हटेंगे। देश के किसी भी मुद्दे पर हम चर्चा के लिए तैयार हैं। मैंने कुछ प्रमुख विपक्षी नेताओं को बुलाया है। हम बातचीत करके रास्ता निकालेंगे। हम सबकी बात सुनेंगे, आपको सरकार की बात सुननी चाहिए…आप चर्चा के लिए तैयार हो जाइए।”
प्रियंका गांधी बोलीं- SIR के जरिये ‘वोट चोरी’ को अंजाम दे रही मोदी सरकार
कांंग्रेस पार्टी की सांसद प्रियंका गांधी ने X पर एक पोस्ट कर कहा कि SIR के जरिए ‘वोट चोरी’ की जा रही है। उन्होंने कहा, “नरेंद्र मोदी सरकार और चुनाव आयोग मिलकर SIR के जरिये ‘वोट चोरी’ को अंजाम दे रहे हैं। यह हमारे करोड़ों दलित, पिछड़े, आदिवासी और वंचित भाई-बहनों से वोट का अधिकार छीनने का संगठित प्रयास है। जितने भी सवाल उठ रहे हैं, चुनाव आयोग किसी सवाल का जवाब नहीं दे रहा है और सरकार खुलकर आयोग का बचाव कर रही है। यह लोकतंत्र व संविधान को खत्म करने और तानाशाही स्थापित करने की साजिश है। हम यह कतई नहीं होने देंगे।”
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