पाकिस्तान से लगी देश की अशांत सीमा की पहरेदारी करने वाला सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) छह नयी बटालियन गठित करेगा, जिनमें करीब 7,000 कर्मी होंगे। आधिकारिक सूत्रों ने आज यह जानकारी दी। गृह मंत्रालय ने बल को 2,090.94 करोड़ रुपये की राशि भी आवंटित की है। नयी बटालियनों को भारत – बांग्लादेश सीमा पर तस्करी और घुसपैठ के जोखिम वाले इलाकों में भी तैनात किया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि बल द्वारा नयी र्भितयां किए जाने वाले सैनिकों को छह बटालियनों में तैनात किया जाएगा। करीब साल भर में उनका गठन हो जाएगा।
बीएसएफ के प्रत्येक बटालियन में 1000 से अधिक जवान और अधिकारी होते हैं। सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय ने इस सिलसिले में बल के प्रस्ताव को 19 जनवरी को मंजूरी दी थी और बीएसएफ मुख्यालय को इसकी प्रक्रिया शीघ्रता से शुरू करने को कहा था। पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगी सीमाओं की पहरेदारी के बल के कार्य के तहत चार बटालियनों का गठन किया जाएगा। जबकि शेष दो बटालियन कार्यकारी इकाइयों की पूरक होंगी और वे पहले से तैनात जवानों की जगह लेंगी।
प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया (पीटीआई) ने 14 जनवरी को सबसे पहले यह खबर दी थी कि सरकार की योजना देश के दो सीमा प्रहरी बलों – बीएसएफ और आईटीबीपी- में 15 नयी बटालियनें गठित करने की है। इसका यह उद्देश्य इन बलों की पहरेदारी वाली सीमाओं की बेहतर सुरक्षा करना है। भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) पर चीन से लगी देश की 3488 किमी लंबी सीमा की पहरेदारी की जिम्मेदारी है। सूत्रों ने बताया आईटीबीपी को नयी बटालियनें गठित करने की इजाजत देने की गृह मंत्रालय की मंजूरी आखिरी चरणों में है।