Indo-Bangladesh Border: भारत के बार्डर पर लगातार घुसपैठ की गतिविधियां तेजी से बढ़ती ही जा रही हैं। बीएसएफ के जवान मुस्तैदी से टिके हुए हैं। इसी बीच, भारत-बांग्लादेश इंटरनेशनल बार्डर पर कई सारे तस्कर भारतीय सीमा में करीब 150 गज अंदर घुसपैठ करके सामान की तस्करी कर रहे थे। बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवानों ने उन सभी को वार्निंग दी, लेकिन उन्होंने इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया।
इन सभी स्मगलर्स ने अपने तेवर दिखाते हुए आक्रामकता का रूख अपनाया और ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ जवान को घेरने की कोशिश की, ताकि उस पर हमला किया जा सके और उसके सभी हथियारों को छीना जा सके। स्मगलर्स के ग्रुप की तरफ से जब बीएफएफ जवान ने अपने आप को घिरते हुए पाया तो उसने सेल्फ डिफेंस में गोली चलाई और इसमें बांग्लादेशी के एक तस्कर की मौत हो गई।
बीएसएफ के जवान से छीने हथियार
बता दें कि कुछ दिन पहले त्रिपुरा के सिपाहीजाला के कलमचेरा के पास बांग्लादेश बॉर्डर पर ड्यूटी के दौरान बीएसएफ जवान को घायल करने का भी एक मामला सामने आया था। इतना ही नहीं, वह सभी उसके पास से हथियार और रेडियो सेट को भी छीनकर ले गए थे। इस घटना के बाद भारत की तरफ से नाराजगी जाहिर की गई थी। कमांडेट स्तर की फ्लैग मीटिंग हुई और छीने गए हथियार एवं रेडियो सेट वापस लौटाए गए।
जानकारी के अनुसार दो जून को बीएसएफ के जवान भोले कलमचेरा क्षेत्र में भारत-बांग्लादेश बार्डर पर अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। उन्हें बाड़ गेट की रखवाली की जिम्मेदारी दी गई। दोपहर 1.30 बजे के आसपास बड़ी संख्या में बांग्लादेशी उपद्रवियों का एक ग्रुप इंटरनेशनल बॉर्डर क्रॉस कर बाड़ गेट के पास जमा हो गए। ये लोग चीनी तस्करी करने के इरादे से यहां पर इकट्ठा हुए। कांस्टेबल भोले ने जब इन लोगों को रोका तब उपद्रवियों ने गाली गलौज की।
कांस्टेबल भोले बदमाशों को हटाने के लिए और तस्करी को रोकने के लिए बाड़ के आगे निकल गए। इसके बाद बांग्लादेशी उपद्रवियों ने भोले को घेर लिया और उन पर अटैक कर दिया। इसमें उनको गंभीर रूप से चोट आई। इस मामले की जानकारी मिलने के बाद बीएसएफ के अधिकारियों ने बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश के साथ एक मीटिंग की। इसमें बीएसएफ ने कड़ा विरोध जताया। इस बैठक के बाद हथियार और रेडियो सेट वापस कर दिए गए।