‘एअरो इंडिया-2023’ के उद्घाटन सत्र में सोमवार को सांसें थमा देने वाले हवाई करतबों ने इस प्रदर्शनी का आनंद उठाने पहुंचे दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहां अमेरिकी वायु सेना (यूएसएएफ) के पांचवीं पीढ़ी के दो सुपरसोनिक बहुउद्देश्यीय एफ-35ए विमान पहली बार नजर आए। दो लड़ाकू विमान- एफ-35ए लाइटनिंग-2 और एफ-35ए ज्वाइंट स्ट्राइक फाइटर अमेरिका में उताह और अलास्का वायुसेना के ठिकानों से अपनी यात्रा के बाद बंगलुरु के बाहरी इलाके में येलहंका वायुसेना स्टेशन पहुंचे।

भारतीय वायुसेना के येलहंका स्टेशन परिसर में आयोजित इस पांच-दिवसीय प्रदर्शनी के पहले दिन आसमान का सीना चीरकर विमान कभी आंखों से ओझल हो जाते तो कभी हवाई कलाबाजियां एवं अन्य प्रकार के करतब दिखाते हुए दर्शकों को दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर देते। अपनी ताकत का प्रदर्शन करने वाले विमानों में हिंदुस्तान एरोनाटिक्स लिमिटेड द्वारा निर्मित हल्के लड़ाकू विमान तेजस, हल्के लड़ाकू हेलीकाप्टर, सुखोई-30 और उन्नत हल्के हेलिकाप्टर ‘ध्रुव’ शामिल थे। उद्घाटन सत्र के दौरान ‘तिरंगा’, ‘ध्वज’ और ‘भीम’ जैसे विभिन्न फार्मेशन का प्रदर्शन किया गया।

एशिया के सबसे बड़े एअरो शो के उद्घाटन सत्र की मुख्य विशेषता यह रही कि वायुसेना प्रमुख एअर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने तेजस विमानों के गुरुकुल फार्मेशन का नेतृत्व किया। भारतीय वायुसेना के सूर्यकिरण विमानों ने अपने हैरतअंगेज प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। भारतीय सैन्य अधिकारियों के अनुसार, यह पहली बार है जब अमेरिकी वायुसेना का एफ-35 विमान भारत में उतरा है।

दो एफ-35एस के अलावा, अमेरिकी वायुसेना का एक एफ-16 लड़ाकू विमान फाल्कन बल के प्रमुख लड़ाकू विमानों में से एक की क्षमता का प्रदर्शन करने के लिए हवाई करतब करेगा। एफ/ए-18ई और एफ/ए-18एफ सुपर हार्नेट, अमेरिकी नौसेना के सबसे उन्नत फ्रंटलाइन कैरियर-आधारित मल्टीरोल स्ट्राइक फाइटर विमान भी अमेरिका के प्रदर्शन का हिस्सा हैं।

अमेरिकी पक्ष के एक बयान में कहा गया कि अमेरिका के उताह में हिल एअर फोर्स बेस से यात्रा के बाद एफ-35ए लाइटनिंग-2 प्रदर्शनी टीम अपनी अनूठी हवाई क्षमताओं के प्रदर्शन के साथ भीड़ को प्रभावित करेगी।अलास्का में ईल्सन एयर फोर्स बेस से आया एफ-35ए लाइटनिंग-2 भी प्रदर्शनी में शामिल रहेगा।

वायुसेना और अंतरराष्ट्रीय मामलों के अमेरिकी सहायक उप अवर सचिव मेजर जनरल जूलियन सी चीटर ने कहा कि ‘एअरो इंडिया’ अमेरिका द्वारा सबसे उन्नत, घातक और ‘इंटआपरेबल’ हथियार प्रणालियों का प्रदर्शन करने के लिए एक आदर्श मंच है।उन्होंने कहा, ‘एफ-35 विमान अमेरिकी लड़ाकू विमानों की अग्रणी प्रौद्योगिकी का प्रतिनिधित्व करता है। ‘एअरो इंडिया’ अमेरिका द्वारा सबसे उन्नत, सक्षम, घातक और इंटरआॅपरेबल हथियार प्रणालियों का प्रदर्शन करने के लिए एक आदर्श मंच है। इस प्रणाली और अन्य को उन्नत प्रतिरक्षा के लिए तैयार किया गया है।’

बयान में कहा गया कि एफ-35 का इंजन 43,000 पाउंड का प्रतिक्रिया बल (थ्रस्ट) पैदा करता है। भारत में प्रभारी अमेरिकी राजदूत ए एलिजाबेथ जोन्स ने कहा कि ‘एअरो इंडिया’ में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल का आकार और देश का भागीदारी मंडप दिखाता है कि अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी ‘हमारे महत्त्वपूर्ण संबंधों’’ में से एक है।

‘एअरो इंडिया’ में भाग लेने वाली अमेरिकी कंपनियों में बोइंग, जीई एयरोस्पेस, जनरल एटामिक्स एरोनाटिकल सिस्टम्स इंक, लाकहीड मार्टिन, प्रैट एंड व्हिटनी, टीडब्ल्यू मेटल्स, एलएलसी और यूनाइटेड परफॉर्मेंस मेटल्स शामिल हैं।