पंजाब में अपना जनाधार बनाने के लिए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने बड़ा प्‍लान बनाया है। पार्टी को 2014 के लोकसभा चुनाव में पंजाब में शर्मनाक स्थिति का सामना करना पड़ा था। इसे देखते हुए 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी अभी से तैयारी कर रही है। पार्टी ने दलित समर्थक छवि बनाने के लिए राज्‍य के करीब 55 लाख परिवारों तक सीधी पहुंच बनाने का खाका तैयार किया है।

इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए ‘घर घर चलो’ अभियान चलाया जाएगा। 23 अप्रैल को पार्टी दफ्तर में इस बारे में मीटिंग बुलाई गई है। बसपा ने साफ किया है कि भले ही उसका जोर दलितों और एनआरआई तक पहुंचने पर होगा, लेकिन अभियान के दौरान सामान्‍य जाति के लोगों से भी संपर्क किया जाएगा। पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि उनकी नजर में सभी जातियों को साथ लेकर चलना जरूरी है। कार्यकर्ताओं को यह याद दिलाया जा रहा है कि उत्‍तर प्रदेश में मौजूदा विधानसभा के लिए हुए चुनाव में बसपा को ज्‍यादातर उन्‍हीं सीटों पर जीत मिली है, जहां अगड़ी जातियों का बोलबाला था। इसे देखते बसपा के पंजाब प्रदेश अध्‍यक्ष अवतार सिंह करीमपुरी ने कहा कि वह मई से प्रत्‍येक घर तक पहुंचने का अभियान शुरू करेंगे।

करीमपुरी ने कहा कि हम किसी जाति या समुदाय के खिलाफ नहीं है, जाति-समुदाय के नाम पर होने वाले भेदभाव के खिलाफ हैं। उन्‍होंने कहा कि पंजाब के लोगों को यह भी बताया जाएगा कि राज्‍य में पिछले चुनावों में बसपा के टिकट पर अगड़ी जाति के कई उम्‍मीदवार चुनाव लड़ चुके हैं। बता दें कि पंजाब में बसपा की हालत लगातार बिगड़ रही है। 2014 के लोकसभा चुनाव में तो उसे सिर्फ 1.9 फीसदी वोट शेयर मिले। यह उसे राज्‍य में मिला अब तक का सबसे कम वोट शेयर है। दलितों की हितैषी की छवि बनाने के लिए बसपा सोशल मीडिया कैंपेन चलाने की भी योजना बना रही है।