असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को टक्कर दे रहे हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस को करारी शिकस्त देकर सत्ता हासिल की थी और 15 साल से सत्ता में रही कांग्रेस को बाहर किया था। हालांकि इस बार के चुनाव में असम के मुस्लिम नेता बदरुद्दीन अजमल ने कई सारे चुनावी समीकरण बदल दिए हैं। बीजेपी नेता बदरुद्दीन अजमल पर लगातार हमलावर हैं। असम बीजेपी नेता हेमंत बिस्वा शर्मा ने बदरुद्दीन अजमल को तो असम का दुश्मन तक बता दिया।

मालूम हो कि इस बार के चुनाव में कांग्रेस ने बदरुद्दीन अजमल की पार्टी AIUDF से गठबंधन किया है। बीजेपी ने इस गठबंधन पर हमलावर होते हुए कहा है कि यह लोग मिलकर असम में घुसपैठ को बढ़ावा देंगे। गौरतलब है कि अतीत में कांग्रेस के दिवंगत नेता तरुण गोगोई बदरुद्दीन अजमल और उनकी पार्टी को सांप्रदायिक करार दे चुके हैं इसी बात को लेकर बीजेपी भी कांग्रेस को घेर रही है।

कौन हैं बदरुद्दीन अजमल?:

बदरुद्दीन अजमल असम के मुस्लिम समुदाय के बड़े नेता हैं। बदरुद्दीन अजमल का जन्म 1950 को असम में हुआ था। उनके कामकाज की बात की जाए तो वे राजनेता के अलावा समाजसेवी, व्यापारी और धर्मशास्त्री भी हैं। उनके निजी जीवन की बात की जाए तो उनके सात बच्चे हैं। बदरुद्दीन अजमल सबसे ज्यादा बच्चों वाले सांसद हैं।

साल 2005 में उन्होंने ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट की शुरुआत की थी। बदरुद्दीन अजमल का नाम दुनिया के प्रभावशाली मुस्लिम नेताओं में भी शामिल है।

वे असम से तीन बार सांसद चुने जा चुके हैं। अजमल पर विपक्षी बंगाली मुस्लिमों के ध्रुवीकरण का आरोप लगाते रहते हैं। राजनीति में आने से पहले भी बदरुद्दीन अजमल का रसूख था। जब सत्ताधारी पार्टी के नेता उनके घर समर्थन लेने के लिए पहुंचा करते थे।

उनकी पार्टी के चुनावी प्रदर्शन की बात की जाए तो 2011 के चुनाव में उनकी पार्टी ने 78 सीटों में से 18 सीटें जीती थीं और 2016 के चुनाव में 13 सीटें जीती थीं।

जानकारी दे दें कि असम में 27 मई से तीन चरण में मतदान होगा। दूसरे चरण के तहत 1 अप्रैल और तीसरे चरण के तहत 6 अप्रैल को मतदान होगा। 2 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।