Shraddha Walker Case: दिल्ली का श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड एक बार फिर से चर्चा में आ गया है। लेकिन इस बार वह बिश्नोई गैंग की वजह से सुर्खियों में हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता बाबा सिद्धीकी हत्याकांड की जांच कर रही मुंबई पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग के टारगेट पर श्रद्धा वॉल्कर का हत्यारोपी आफताब पूनावाला भी था। लेकिन बाद में कड़ी सुरक्षा को देखते हुए उसने उसे मारने का प्लान छोड़ दिया।

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी को सिद्दीकी की हत्या के मुख्य संदिग्ध शिव कुमार गौतम उर्फ शिवा ने बताया कि शिव ने खुलासा किया कि बिश्नोई गैंग के सदस्य शुभम लोनकर और अन्य लोगों ने आफताब को निशाना बनाने की मंशा जताई थी। हालांकि, पूनावाला की कड़ी सुरक्षा के कारण गिरोह ने कथित तौर पर उसे मारने का प्लान ड्राप कर दिया। मीडिया में चल रही खबरों पर संज्ञान लेते हुए तिहाड़ प्रशासन अलर्ट हो गया है। आफताब पूनावाला की सिक्योरिटी को बढ़ा दिया गया है।

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क्या है श्रद्धा वॉल्कर मर्डर केस

बता दें कि साल 2022 में श्रद्धा वॉल्कर की उसके लिव-इन पार्टनर आफताब पूनावाला ने हत्या करके उसके 35 टुकड़े कर दिए थे। इन्हें बाद में उसने फ्रिज में रखा और 18 दिनों तक दिल्ली में अलग-अलग जगहों पर फेंका। यह मामला मीडिया में काफी दिनों तक चर्चा का विषय रहा था। इस घटना पर तमाम राजनीतिक दलों ने अपनी प्रतिक्रियाएं भी दी थीं। बाद में पुलिस ने एक्शन लेते हुए आफताब पूनावाला को अरेस्ट कर लिया था और वह तब से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है।

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बाबा सिद्धीकी मर्डर केस में आरोपी के चौंकाने वाले खुलासे

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 12 अक्टूबर को शिव कुमार गौतम ने अपने दो साथियों धर्मराज कश्यप और गुरमैल सिंह के साथ मिलकर बाबा सिद्धीकी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। हमले के बाद शिवकुमार गौतम ने भीड़ में घुलने-मिलने की कोशिश की थी। गौतम ने पुलिस को बताया कि मैंने अपनी शर्ट बदली, बैग फेंका और यह देखने के लिए भी 20 मिनट रूका की काम सही से हुआ है या नहीं। गौतम हत्याकांड के बाद लगभग एक महीने से लापता रहा था। आखिरकार पुलिस ने उसे नेपाल बॉर्डर के पास से धर दबोचा था। वह शूटिंग के बाद अलग-अलग शहरों में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था।