Baba Siddique Murder Case: बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में आज एक बड़ा डेवेलपमेंट यह है कि मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम ने 10वें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच की टीम ने नवी मुंबई के बेलापुर से से आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसका नाम भागवत सिंह है और वह मूलरूप से उदयपुर राजस्थान का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक, आरोपी बाबा सिद्दीकी की हत्या के दिन मुंबई के ही बीकेसी इलाके में छिपा हुआ था।

दिग्गज एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। लॉरेंस फिलहाल गुजरात की जेल में बंद है। ऐसे में एक अहम सवाल यह भी है कि आखिर लॉरेंस बिश्नोई के गांव के लोग इसको इस मामले में क्या सोचते हैं? लॉरेंस बिश्नोई का घर पंजाब के अबोहर जिले में है।

पिता की तबीयत खराब, गांव वालों ने साधी चुप्पी

लॉरेंस बिश्नोई के एक रिश्तेदार को इंडियन एक्सप्रेस की टीम ने फोन किया तो उन्होंने बताया कि उनके पिता लविंदर बिश्नोई की तबीयत खराब है, जिसके चलते वे हिसार में उसकी बुआ के यहां आते जाते रहते हैं। इलाके के लोगों ने लॉरेंस की फैमिली या उससे जुड़ी जानकारी देने से साफ मना कर दिया।

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लॉरेंस को बनाया जाता है बलि का बकरा

लॉरेंस बिश्नोई के रिश्तेदार ने परिवार को लेकर बताया कि वे कुछ समय के लिए दोतारांवाली वापस आए थे, लेकिन लॉरेंस के पिता की खराब तबीयत के चलते वापस चले गए। तब से उनका घर बंद है। उन्होंने कहा कि जब भी कोई घटना बड़ी हो जाती है, तो बिना किसी सबूत के जांच एजेंसियां सीधे लॉरेंस बिश्नोई को निशाना बना लेती हैं। उन्होंने कहा कि लॉरेंस को बली का बकरा बना दिया जाता है।

लॉरेस बिश्नोई जेल से कैसे दे सकता है हत्या का ऑर्डर?

बाबा सिद्दीकी हत्याकांड की जांच में लॉरेंस बिश्नोई का नाम आने पर कुछ लोगों का कहना है कि कोई इंसान हाई सिक्योरिटी जेल में बैठकर किसी भी दिग्गज नेता की हत्या का आदेश कैसे दे सकता है। लॉरेंस बिश्नोई को राजस्थान के सालासर बालाजी मंदिर के रास्ते में मुठभेड़ के बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। वह 2014 से जेल में है और फिलहाल अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद है।

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लगातार बढ़ रहा है लॉरेंस का गैंग

बता दें कि पिछले दो वर्षों से गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई लगातार सुर्खियों में रहा है। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला से लेकर शुभदीप सिंह सिद्धू की हत्या के मामले में चर्चा में रहा था। इसके अलावा 1998 में राजस्थान में ‘हम साथ साथ हैं’ की शूटिंग के दौरान बिश्नोई समुदाय द्वारा पूजनीय ब्लैक हिरण की कथित तौर पर हत्या के मामले में सलमान खान को बार-बार धमकियां मिलीं।

इसमें भी लॉरेंस बिश्नोई का ही नाम सामने आया। लॉरेंस पिछले 10 साल से जेल में हैं, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि 17 साल से लगातार लॉरेंस का गैंग बढ़ता ही जा रहा है। दूतरांवाली में लॉरेंस के चचेरे भाई रमेश बिश्नोई ने गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) द्वारा लॉरेंस पर आतंकी गतिविधियों के लिए ड्रग्स का इस्तेमाल करने के आरोप को “निराधार” बताया।

चचेरे भाई ने लॉरेंस के लिए क्या कहा?

लॉरेंस बिश्नोई ने चचेरे रमेश का दावा है कि गांव के युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए वह उन्हें क्रिकेट किट देता था। उसे क्रिकेट खेलना और घुड़सवारी करना पसंद था। उसने कभी अपने गांव के पंचायत चुनाव में हस्तक्षेप करने की कोशिश भी नहीं की। फिर उसे गैंगस्टर कैसे कहा जा सकता है? 2007 में चंडीगढ़ में पढ़ाई करने जाने तक सब कुछ ठीक था । वह वहां छात्र संघ का चुनाव हार गया, लेकिन उस हार के कारण वह कुछ राजनेताओं के निशाने पर आ गया, जिन्होंने उसे अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया।

गांव के एक बुजुर्ग रमेश से सहमत दिखे। उन्होंने कहा कि कोई भी अपराध करता है और लॉरेंस को इसके लिए दोषी ठहराता है, जिससे उसके परिवार और गांव की प्रतिष्ठा और नाम दोनों प्रभावित होते हैं। कोई भी यह सोचने के लिए नहीं रुकता कि वह विभिन्न जेलों में बंद रहते हुए ऐसे अपराध कैसे कर सकता है।