Baba Siddique Murder case Gurmail Singh: महाराष्ट्र के एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में हरियाणा के कैथल के रहने वाले शूटर गुरमेल सिंह का नाम आने के बाद उसके गांव में लोग हैरान हैं। उन्हें हैरानी इस वजह से हुई है कि आखिर गुरमेल सिंह कैसे खतरनाक गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग तक पहुंच गया? गुरमेल सिंह कैथल जिले के नरड़ गांव का रहने वाला है।
इस हाई प्रोफाइल मर्डर केस में गुरमेल सिंह का नाम आने के बाद हरियाणा में पुलिस और प्रशासन भी अलर्ट पर है।
गुरमेल का नाम इससे पहले 2019 में तब अपराध की दुनिया में सामने आया था जब उसने अपने दोस्त के भाई की बर्फ के सुए से 52 वार करके हत्या कर दी थी। इस घटना के बाद जब वह जेल गया तो वहां उसके गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के गुर्गों से अच्छे संपर्क बन गए। जमानत मिलने के बाद गुरमेल सिंह गांव में नहीं रहा और मुंबई चला गया।
दादी बोली- हमारे लिए मर चुका है गुरमेल
गुरमेल सिंह की दादी ने पत्रकारों को बताया कि गुरमेल पहले भी जेल जा चुका है और 4 साल तक जेल में रहा था। दादी ने बताया कि उन्हें इस बात का नहीं पता कि गुरमेल सिंह की जमानत किसने कराई।
गांव के लोगों का कहना है कि गुरमेल सिंह के पिता का निधन हो चुका है। गुरमेल की दादी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हम गुरमेल सिंह से कई साल पहले किनारा कर चुके हैं, वह हमारे लिए मर चुका है और हम भी उसके लिए मर चुके हैं।
दोस्त के साथ की थी रेकी
मुंबई पुलिस को जांच के दौरान पता चला है कि गुरमेल ने अपने साथी करनैल के साथ मिलकर बाबा सिद्दीकी के घर और दफ्तर की रेकी की थी। मुंबई पुलिस ने कंफर्म किया है कि बाबा सिद्दीकी की हत्या में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ही हाथ है। यह हैरान करने वाली बात है कि वाई कैटेगरी की सुरक्षा हासिल होने के बाद भी बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई।
इस मामले में गुरमेल सिंह और धर्मराज कश्यप को हिरासत में ले लिया गया है जबकि एक फरार संदिग्ध की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले शिव कुमार गौतम के रूप में हुई है। इस मामले में पुलिस को शिवकुमार गौतम और मोहम्मद जीशान अख्तर की तलाश है। गौतम हत्या में शामिल तीन शूटरों में से एक था जबकि अख्तर को सिद्दीकी की हत्या की सुपारी मिली थी।
सरकारी वकील गौतम गायकवाड़ ने बताया, “ये आरोपी अपराध करने से पहले पुणे और मुंबई में रुके थे। हमें यह पता करना होगा कि अपराध में इस्तेमाल किए गए हथियार और वाहन इन्हें किसने दिए।” गायकवाड़ ने कहा कि उन्होंने सिद्दीकी को जिस तरह निशाना बनाया उसके बाद यह जानना जरूरी है कि क्या उन्हें कोई ट्रेनिंग दी गई थी और इस पूरे ऑपरेशन के लिए किसने पैसे दिए।”
महाराष्ट्र में बवाल, फडणवीस से मांगा इस्तीफा
इस घटना को लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक बवाल भी तेज हो गया है। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के नेताओं ने शिंदे सरकार से मुंबई में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं के लिए जवाब देने को कहा है। महा विकास आघाड़ी के दलों ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस का इस्तीफा मांगा है।
यह घटना उस समय हुई जब बाबा सिद्दीकी अपने विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के बांद्रा ईस्ट स्थित दफ्तर से निकलकर अपनी कार में बैठ रहे थे। पुलिस के अनुसार हमलावरों ने उन पर लगभग छह से सात राउंड फायरिंग की जिसमें से दो गोलियां उनके सीने में और एक पेट में लगी। सिद्दीकी तीन बार कांग्रेस के टिकट पर विधायक चुने गए और कुछ महीने पहले ही एनसीपी में आए थे।
