देश में एनआरसी को लेकर शुरू हुआ विवाद अभी थमता नहीं दिख रहा है। कुछ इसे राष्ट्र हित में बता रहे हैं तो कुछ इसे वोट की राजनीति बता रहे हैं। इस बीच योग गुरु बाबा रामदेव ने हरियाणा के रोहतक में बड़ा बयान दिया है। उन्हाेंने कहा कि, “3 से 4 करोड़ लोग भारत में अवैध तरीके से रहते हैं। इनमें रोहिंग्या उपर से और आ गए, जिनको गलत तरीके से ट्रेनिंग दी गई है। वो यहां पर बस गए तो 10 कश्मीर और तैयार हो जाएंगे।” बाबा रामदेव ने असम में एनआरसी को देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों की संख्या नियंत्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, “चाहे वह बांग्लादेशी हो या पाकिस्तानी हो, रोहिंग्या हो या अमेरिकी, सभी अवैध घुसपैठियों को देश से बाहर किया जाना चाहिए। सभी अवैध घुसपैठियों ने भारत की सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया है। कश्मीर की समस्या अभी तक सुलझी नहीं है। यदि यहां रोहिंग्याओं को बसने दिया गया तो 10 और कश्मीर जैसी समस्याएं पैदा हो जाएगी।”
3-4 crore log Bharat mein avaidh tareeke se rehte hain, ismein Rohingya upar se aur aa gaye, jinko galat tareeke se training di gai hai, vo yahan par bas gaye toh yahan 10 Kashmir aur tayar ho jayenge: Baba Ramdev on #NRC (10.08.18) pic.twitter.com/YllAm1qCOn
— ANI (@ANI) August 11, 2018
रोहतक में मीडिया से बात करते हुए बाबा रामदेव ने आरक्षण पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आरक्षण की व्यवस्था में बदलाव होना चाहिए। दलितों और पिछड़े वर्ग के समर्थ लोगों को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए। इसमें क्रीमी लेयर को परिभाषित किया जाना चाहिए। जब तक गरीबी दूर नहीं होगा, आरक्षण की आग नहीं बुझेगी।
बता दें कि असम में एनआरसी जारी किया गया है, जिसमें 40 लाख से अधिक लोगों के नाम को शामिल नहीं किया गया है। इन 40 लोगों की नागरिकता पर सवाल खड़े हो गए हैं। हालांकि, इस बाबत केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि, “घबराने की कोई जरूरत नहीं है। सभी वास्तविक भारतीयों को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए पर्याप्त अवसर दिए जाएंगे। किसी को परेशान नहीं किया जाएगा। यह असम में अवैध प्रवासियों की पहचान के मकसद से किया जा रहा है।” वहीं, दूसरी ओर विपक्ष इस मसले पर आक्रोशित है। विपक्षी पार्टियों का कहना है कि मोदी सरकार बांटो और राज करो की नीति अपना रही है। सरकार के इस कदम से देश में गृह युद्ध छिड़ सकता है।