आयुष्मान भारत योजना की समीक्षा बैठक में बीजेपी सांसद गिरिराज सिंह ने अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई। योजना के सही क्रियान्वयन नहीं होने पर गिरिराज इतने नाराज हुए कि मीटिंग में मौजूद अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की बात तक कह दी।

उन्होंने योजना को विफल करने में जिम्मेदार अधिकारियों से कहा कि आप पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए। इसका एक वीडियो भी सामने आया हैजिसमे अधिकारियों के बीच बैठे गिरिराज अधिकारियों से सवाल जवाब करते नजर आ रहे हैं।

इस दौरान गिरिराज गुस्से में अधिकारियों पर भड़कते हुए कहते हैं आप और खाना खाने में नहीं रुकते। सैलरी लेने में भी कमी नहीं करते। आप पर भी एफआईआर दर्ज होनी चाहिए और कॉन्ट्रैक्टर पर भी।

समीक्षा बैठक में डीएम और सिविल सर्जन के नहीं आने पर वह कहते हैं ‘हेल्थ विभाग का कस्टोडियल कौन है। ऐसे में इसके लिए कौन जिम्मेवार है। आप दस साल से काम कर रहे हैं, ऐसे में इसको कौन को-ऑर्डिनेट करेगा।’

उन्होंने कहा कि इस योजना के 3 लाख से ज्यादा कार्ड बनाने का लक्ष्या रखा गया था, पर अबतक 50 हजार कार्ड बन पाए हैं। ऐसे में गरीबों को इस योजना का फायदा कैसे मिलेगा। हालांकि इसके बाद उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे और अधिकारियों से योजना के सुचारू रूप से क्रियान्वयन के लिए कहा। गौरतलब है कि बीजेपी सांसद गिरिराज अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं।

क्या है ‘आयुष्मान भारत योजना’: केंद्र सरकार ने प्रत्येक गरीब परिवार को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत हर गरीब परिवार को 5 लाख रुपये तक का हेल्थ इंश्योरेंस मिलता है। इस योजना का लाभ कौन से परिवार को मिलेगा। इसका फैसला आर्थिक आधार पर होता है।

इस योजना के दायरे में आने वाले परिवारों को सरकारी और चुने हुए प्राइवेट अस्पतालों में इलाज की सुविधा मिलती है। जो परिवार इस योजना के तहत आएंगे उन्हें इलाज की सुविधा देश भर में कहीं भी मिल सकेगी।