मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी के बयान पर अयोध्या के राममंदिर से जुड़े पुजारी और महंतों ने कड़ी आपत्ति जताई है। जहां राम मंदिर के मुख्य पुजारी महंत सतेंद्र दास ने कहा है कि अगर 2019 से पहले राम मंदिर का निर्माण नहीं हुआ तो अगले आम चुनाव में भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। वहीं महंत परमहंस दास का कहना है कि राम मंदिर ना बनने की सूरत में वो आंदोलन करेंगे। दरअसल मुख्तार अब्बास नकवी से एक कार्यक्रम में जब किसी पत्रकार ने पूछा कि 2019 में बीजेपी क्या हिंदुत्व और राम मंदिर के मुद्दे पर चुनाव लड़ेगी? तो उन्होंने जवाब दिया- हमारा मुद्दा रहेगा विकास, विकास और सिर्फ विकास। दरअसल अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर बात कर रहे थे। अंग्रेजी न्यूज़ चैनल टाइम्स नाऊ के मुताबिक इस कार्यक्रम में उन्होंने साफ-साफ कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए हिंदुत्व और राम मंदिर जैसे मुद्दों के लिए कहीं कोई जगह नहीं है।
मुख्तार अब्बास नकवी के इस बयान पर अयोध्या राम मंदिर के प्रमुख पुजारी महंत सतेंद्र दास ने कहा कि राम मंदिर के मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालना बीजेपी की सबसे बड़ी गलती है। उन्होंने कहा कि 2019 के आम चुनाव में भाजपा को इस गलती का खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा। राम मंदिर से जुड़े एक और महंत परमहंस दास ने ये कहा कि अगर बीजेपी 2019 में दोबारा सत्ता में आना चाहती है तो उसे राम मंदिर बनवाना ही पड़ेगा। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम लोग बीजेपी के खिलाफ आंदोलन करेंगे और ये निश्चित करेंगे कि आगामी चुनाव में उनकी हार हो।
Dumping the Ram Mandir issue is BJP’s biggest mistake and this mistake will prove costly to them in the 2019 Elections, says Mahant Satendra Das, Chief Priest, Ram Temple. #AyodhyaUltimatum pic.twitter.com/Cpa4SJEEWm
— TIMES NOW (@TimesNow) June 5, 2018
If they (BJP) want to come in power again (in 2019) then they have to build the Ram Temple, else we will start a movement & make sure they are defeated: Mahant Paramhans Das on MA Naqvi's statement that development will be only issue in 2019 elections. #Ayodhya pic.twitter.com/EFcU8VPMx5
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) June 5, 2018
गोवा में हुए इस कार्यक्रम में मुख्तार अब्बास नकवी ने ये भी कहा था कि हाल के दिनों में एनडीए छोड़ने वाले सहयोगी भी दोबारा लौट सकते हैं। उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में हाल में बीजेपी उम्मीदवारों की हार पर नकवी ने कहा, “अगर मैं यह कहता हूं कि चुनाव में हार से हमारा नुकसान नहीं हुआ, तो यह गलत होगा।” उन्होंने कहा, “लेकिन यह नुकसान बीजेपी को ‘अपवित्र और अराजकतावादी’ गठबंधनों से अधिक दृढ़ता से और प्रभावी ढंग से निपटने में मददगार होगा।”
नकवी ने ये भी कहा, “जब आप युद्ध के मैदान में होते हैं और आप अपने विरोधियों की रणनीति और दांव पेंच को समझते हैं, तो प्रतिस्पर्धा करना आसान होता है। हमारे पास अब अनुभव (उपचुनावों) है और इससे हमारे लिए (रणनीति और जीत) आसान हो जाएगी।”