अवनी चतुर्वेदी भारतीय वायुसेना में पहली महिला लड़ाकू पायलट बनकर इतिहास रचने के महज कुछ ही सप्ताह बाद विदेश में हवाई युद्धाभ्यास में हिस्सा लेने पहली महिला पायलट बन गयी हैं। अवनी चतुर्वेदी इंडियन एयर फोर्स की पहली महिला लड़ाकू पायलट हैं, जिन्होंने विदेश के युद्धाभ्यास में हिस्सा लेकर इतिहास रचा है, Su-30MKI पायलट अवनी ने 12 जनवरी से 26 जनवरी के दौरान हायाकुरी जापानी एयरबेस में हुए जापान एयर सेल्फ डिफेंस फोरेस के साथ हुए सैन्य युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया था।
स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी का कहना है कि लड़ाकू विमान को उड़ाना बेहद रोमांचक है और वायुसेना में करियर बनाने के इच्छुक युवाओं के लिए सफलता की अपार संभावनाएं मौजूद हैं।.
Avani Chaturvedi ने कहा “शानदार रहा अनुभव”
इंडियन एयर फोर्स की पहली महिला लड़ाकू पायलट अवनी चतुर्वेदी ने कहा कि यह हमेशा एक अच्छा अनुभव होता है। इस बार भी शानदार अनुभव था। विशेष तौर से एक विदेशी वायु सेना के साथ यह और भी रोमांचकारी अहसास था। ऐसा इसलिए भी है क्योंकि यह पहली बार था जब मैने अंतरराष्ट्रीय अभ्यास में हिस्सा लिया था। यह मेरे लिए सीखने का एक बड़ा अवसर था।
युवाओं को दिया संदेश
अवनी चतुर्वेदी ने कहा कि मैं सभी युवाओं से कहना चाहती हूं कि आपके लिए सफलता की बहुत संभावनाएं हैं। IAF एक शानदार करियर विकल्प है और लड़ाकू विमानों को उड़ाना वाकई में बेहद रोमांचक है। जब अवनी से पूछा गया कि उनके लिए लड़ाकू पायलट बनने का रास्ता कितना कठिन था, तो उन्होंने कहा, मैं IAF में करियर बनाने के इच्छुक सभी उम्मीदवारों से कहना चाहूंगी कि आपको अपनी आंखें लक्ष्य पर टिकाकर रखनी चाहिए और दृढ़ संकल्प के साथ उस पर आगे बढ़ना चाहिए।
पहली बार किसी महिला पाइलट ने लिया है हिस्सा
यह पहली बार है जब किसी महिला पायलट ने विदेशी भूमि पर देश का प्रतिनिधित्व किया है। भारत की पहली तीन महिला फाइटर पायलटों में से एक स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी एक Su-30MKI पायलट हैं। जपान की सेना के बीच हुए युद्धाभ्यास का नाम वीर गार्जियन 2023 था. साथ ही साथ ये वायु रक्षा मिशन पर ध्यान देने वाला जापान से साथ का पहला युद्ध अभ्यास भी था।