अगस्ता वेस्टलैंड हेलिकॉप्टरों के सौदे में कथित घूसखोरी के आरोपों की जांच कर रही ईडी और सीबीआई उस ‘कुत्ते’ की तलाश कर रही है, जिसे ‘हड्डी’ दी गई। दरअसल, इस मामले में गिरफ्तार ब्रिटिश बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने साथियों से बातचीत के दौरान इस बात का जिक्र किया था। भारतीय जांच एजेंसियां अगस्ता वेस्टलैंड के सीनियर अधिकारियों व मिशेल, गुडो हैशके और कार्लो गेरोसा के बीच हुए कम्युनिकेशन को डिकोड करने की कोशिश कर रही हैं।
द टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, यह कम्युनिकेशन 8 फरवरी 2008 का है। बातचीत में ये लोग वीवीआईपी हेलिकॉप्टर डील में विभिन्न लोगों को शामिल करने की चर्चा कर रहे थे। जिन लोगों को शामिल करने की चर्चा की गई, उनमें सीवीसी, डिफेंस सेक्रेटरी, रक्षा मंत्रालय में जॉइंट सेक्रेटरी (एयर), वायुसेना के मेंटेनेंस कमांड और हेलिकॉप्टरों की फ्लाइट इवैल्युएशन टीम शामिल है।
एजेंसियों को शक है कि इस बारे में एक नोट मिशेल ने लिखा। सूत्रों के मुताबिक, इसकी शुरुआत डील पर चर्चा करने के लिए लंच आयोजित करने के जिक्र से हुई थी। नोट में जीएच (गुडो हैशके) को ‘कल’ के लंच के लिए शुक्रिया अदा किया गया। साथ ही कहा गया, ‘उम्मीद है कि कुत्ते को हड्डी पसंद आई होगी।’ सीबीआई और ईडी को इस बात का शक है कि सौदे से जुड़ा भारत का कोई शख्स इस लंच में मौजूद था और उसका ही जिक्र ‘कुत्ते’ के तौर पर इस नोट में किया गया।
हैशके पर आरोप है कि वह अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी के लिए त्यागी भाइयों (तत्कालीन वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी के कजिन) के जरिए गोलबंदी कर रहा था। इस बात का शक है कि हैशके राजनेताओं, नौकरशाहों और रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों के भी संपर्क में था। सूत्रों के मुताबिक, नोट से पता चलता है कि मिशेल को इस बात की जानकारी थी कि हेलिकॉप्टरों की फ्लाइट इवैल्युएशन टीम अमेरिकी सिरोस्की एस92 और अगस्ता के एमडब्ल्यू 101 हेलिकॉप्टरों के मुआयने के बाद दिल्ली में 14 फरवरी को लौटेगी। मिशेल ने नोट में कहा कि अगले दो महीने बेहद मुश्किल भरे होंगे और कंपटीशन में बने रहने के लिए यही मौका है।