छत्तीसगढ़ के बस्तर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट अमित कटारिया ने आदिवासी कार्यकर्ता सोनी सोरी पर हुए कथित हमले को नाटक करार दिया है। कटारिया ने इस मामले को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बस्तर यात्रा से एक दिन पहले सुर्खियां बटोरने का जरिया बताया। इस संबंध में उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट लिखी है। हालांकि उन्होंने कहा कि फेसबुक में लिखे गए विचार उनकी निजी विचार है लेकिन आईआईटी कानपुर से पासआउट आरिब अहमद ने इन्हें लिखा है। आरिब अहमद बस्तर में प्रधानमंत्री ग्रामीण विकास में फैलो हैं। कटारिया इससे पहले पिछले साल पीएम मोदी से एविएटर चश्मा पहनकर हाथ मिलाने के चलते खबरों में आए थे।
कटारिया ने यह पोसट शुक्रवार को रात सवा 10 बजे के करीब शेयर की। इस पर रविवार तक करीब 800 लाइक और 187 शेयर आ चुके थे। पोस्ट में लिखा है, ‘ सोनी पर हमला चकित कर देने वाला है क्योंकि घटनाओं की जानकारी मीडिया तक तेज रफ्तार से पहुंची। पीएम मोदी के एक दिन बाद राज्य में आने से पहले यह एक घटना सोची समझी लगती है। यह नाटक था। सबसे बड़ी हैरान कर देने वाली बात तो सोनी सोरी की ओर से आई। इस फर्जी लग रही घटना को नेशनल मीडिया ने तेजाब हमले के रूप में पेश किया। कैसे उन सब तक कुछ ही देर में एक ही फोटो पहुंच गई। यह दुखद है कि उन्होंने लेकिन पुलिस को बयान देने से पहले मीडिया के सामने अपनी बात रखी। ऐसा लगता है कि मामले की प्लानिंग में गड़बड़ी हो गर्इ।’
DECODING NAXAL PROPAGANDA IN BASTAR – (By Areeb Ahmad, an IIT Kanpur alumnus and PM Rural Development…
Posted by Amit Kataria on Friday, February 26, 2016
कटारिया ने कहा, ‘ मैंने फेसबुक पर जो पोस्ट किया है उसके कंटेंट से सहमत हूं और यह मेरे निजी विचार हैं। अहमद पीएमआरडीफ के साथ है और वे जांच दस्तावेजों को देख सकते हैं। हमले वाली जगह को लेकर कई बार बयान बदला गया। आखिरी बयान में जो घटनास्थल बताया गया वह सीआपीएफ कैंप के पास था। जब उन पर हमला हुआ तो वह सीआरपीएफ के पास क्यों नहीं गर्इ।’ उन्होंने आगे लिखा, ‘ सोनी सोरी के चेहरे पर केमिकल इतनी शांति से लगाया गया कि उन्हें ले जा रहे बाइक ड्राइवर को भी पता नहीं चला। इस दौरान 10 मिनट तक न तो शोर हुआ और न किसी तरह की छीनाझपटी। सड़क और उनके कपड़ों पर केमिकल की एक बूंद तक नहीं गिरी।’ डीएम कटारिया की इस पोस्ट पर आम आदमी पार्टी ने विरोध जताया है और आरोपों को खारिज किया है।