Atiq Ahmed & Ashraf: अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इन दोनों भाइयों पर बहुत बड़ी संख्या में आपराधिक मामले दर्ज हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने यूपी पुलिस रिकॉर्ड्स के हवाले से बताया कि दोनों भाइयों के अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भी टारगेट किया था। इन दोनों माफियाओं के खिलाफ मर्डर, हत्या के प्रयास, किडनैपिंग, फ्रॉड करने, धमकी देने और जमीन कब्जाने का कई आरोप थे।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस रिकॉर्ड (police record) में माफिया भाइयों के खिलाफ आरोप लगाने वालों में एक लंबी लिस्ट अल्पसंख्यकों की है। पुलिस के अनुसार, अतीक-अशरफ के खिलाफ दर्ज टॉप 20 क्रिमिनल मामलों में से 13 मामले अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ थे। अतीक के भाई अशरफ पर एक मदरसे से दो नाबालिग मुस्लिम लड़कियों को किडनैप करने और गनपॉइंट पर उनका रेप करने के भी आरोप हैं। इसके बाद अशरफ ने पीड़ित अगली सुबह पीड़ित लड़कियों को मदरसे के गेट पर फेंक दिया।

पुलिस ने यह भी बताया कि अतीक की हैवानियत का जीता जागता उदाहरण कसारी मसारी में रहने वाले जीशान की जमीन पर कब्जा करने का है। अतीक ने जमीन पर कब्जा करने के लिए जीशान के घर को JCB से ढहा दिया था। इसके अलावा जीशान के मुताबिक, उस पर अतीक के गुंडों ने हमला किया था और 5 करोड़ रुपये रंगदारी की धमकी दी थी। इसके अलावा अतीक अहमद पर नगर निगम के पार्षद अशफाक कुन्नू के मर्डर का भी आरोप लगा था।

अतीक अहमद पर नगर निगम पार्षद नासन पर शूटिंग करने का भी आरोप है। यह पार्षद कभी गैंगस्टर अतीक का करीबी था। इन दोनों के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब नैसन ने अतीक की मनमानी के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की। पुलिस ने बताया कि साल 2001 में नासन के शरीर को कथित तौर पर चकिया में अतीक द्वारा गोलियों से छलनी कर दिया गया था।

पुलिस की तरफ से यह भी बताया गया कि साल 2003 में बीजेपी लीडर अशरफ की हत्या का आरोप भी अतीक पर लगा था। अशरफ का घर चकिया में अतीक के घर के सामने था। अतीक ने कहा कि बीजेपी नेता और उनके भाई के नाम एक ही थे और इस मामले में बीजेपी नेता ने विपक्षी पार्टी के लिए काम करके उन्हें चिढ़ाया। इसमें सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि अशरफ की हत्या करने के बाद अतीक के गुर्गे उसकी लाश लेकर भाग गए।