गुजरात के आणंद जिले के खंभात तालुका में रविवार (23 फरवरी, 2020) को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई। गुस्साई भीड़ ने करीब 25 घरों, दुकानों और वाहनों में आग लगा दी। एक महीने के भीतर दो समुदायों के बीच यह दूसरी झड़प है। पुलिस के अनुसार 24 जनवरी को हुए टकराव के बाद रविवार को दो समुदाय रविवार को फिर भिड़ गए। पिछली बार हुई हिंसा में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। हालांकि, हिंसा के पीछे के कारणों का अभी भी खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
एसपी दिव्या मिश्रा ने बताया, ‘इस क्षेत्र में सांप्रदायिक हिंसा का इतिहास रहा है। आज दोनों समुदायों के बीच झड़प क्यों हुई, इसकी जांच जारी है। स्थिति अब नियंत्रण में है। हिंसा मामले में हमने 46 लोगों को चिन्हित किया है। घटनास्थल पर पथराव और आगजनी हुई थी। करीब 15-20 घर और दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया, मगर हम अभी भी नुकसान का आकलन कर रहे हैं। टकराव में किसी को भी गंभीर चोट लगने की खबर नहीं है। हॉस्पिटल में भर्ती हुए छह लोगों को छुट्टी दे दी गई है।’
दिव्या मिश्रा खेड़ा की एसपी हैं, वर्तमान में पड़ोसी जिले आणंद के भी प्रभारी है। उन्होंने बताया कि आरोपियों के खिलाफ एफआईआर की प्रक्रिया चल रही है। पुलिस के मुताबिक झड़प का केंद्र अकबरपुरा था, हालांकि आसपास के इलाकों से भी पथराव और आगजानी की छिटपुट घटनाएं सामने आईँ। दोनों समुदाय द्वारा कम से कम 25 घरों और दुकानों में आग लगा दी गई।
झड़प के बाद पुलिस ने इलाके में स्थिति को सामान्य करने के लिए करीब 100 पुलिसकर्मियों तैनात किया है। हिंसा के दौरान स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले भी दागे। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले कि पुलिस स्थिति को सामान्य कर पाती, मामला हाथ से निकल गया और हिंसा एक घंटे से अधिक समय तक जारी रही। बाद में स्थिति को काबू में कर लिया गया।