ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) ने रविवार को कहा कि अगर प्रधानमंत्री 10 जनवरी को राज्य की राजधानी में ‘खेलो इंडिया’ का उद्घाटन करने आएंगे तो ‘व्यापक प्रदर्शन’ किया जाएगा। आसू नेतृत्व ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भारत और श्रीलंका के बीच पांच जनवरी को गुवाहाटी में होने वाले टी-20 मैच और 10 जनवरी से 22 जनवरी तक चलने वाले ‘खेलो इंडिया’ पर संगठन ‘करीबी नजर’ बनाए हुए है।

CAA लागू होने के बाद असम का पहला पीएम दौरा: आसू अध्यक्ष डी कुमार नाथ ने कहा कि, ‘‘ संशोधित नागरिकता कानून आने के बाद प्रधानमंत्री पहली बार राज्य में संभवत आने वाले हैं। अगर वह ‘खेलो इंडिया’ में आएंगे तो व्यापक तौर पर विरोध प्रदर्शन होगा।’’ उन्होंने हालांकि इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी और कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा की पुष्टि होने के बाद आने वाले दिनों में इसकी जानकारी साझा की जाएगी।

Hindi News Today, 29 December 2019 LIVE Updates: देश-दुनिया की हर खबर पढ़ने के लिए यहां करें क्लिक

‘खेलो इंडिया’ पर है नजर: इस कानून को तत्काल वापस लिए जाने की मांग के साथ आसू के मुख्य सलाहकार एस. कुमार भट्टाचार्य ने कहा कि इस आंदोलन से लोगों का ध्यान हटाने की सरकार की कोशिशों का संगठन अवलोकन करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में गुवाहाटी में दो खेल होने जा रहे हैं। पहला पांच जनवरी को क्रिकेट मैच और उसके बाद ‘खेलो इंडिया’। हम दोनों पर करीबी नजर बनाए हुए हैं।’’

असम समझौते के खिलाफ है कानून: बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून लागू होने के पहले से ही इसे लेकर असम में विरोध प्रदर्शन हो रहे है। कई जगहों पर इस कानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन देखने को भी मिले है। वहां के लोगों का कहना है कि यह कानून असम समझौते के खिलाफ है। जिससे असम की संस्कृति और भाषा में बदलवा आ सकता है। इसलिए वहां के लोगों की सरकार से मांग है कि इस कानून को जल्द से जल्द वापस लिया जाए।