दूरसंचार विभाग (DoT) ने दो सप्ताह पहले टेलीकॉम ऑपरेटर्स को भेजा गया “भद्दे और अश्लील संदेश भेजने के लिए टेलीकॉम नेटवर्क के दुरुपयोग” से जुड़ा नोट “वापस ले लिया” है। DoT के कंट्रोलर ऑफ कम्युनिकेशंस, आशीष जोशी ने यह नोट 19 फरवरी को 9 टेलीकॉम ऑपरेटर्स को भेजा था। 26 फरवरी को जोशी के दिल्ली पुलिस को चिट्ठी लिखने के बाद सस्पेंड कर दिया गया था। अपनी शिकायत में उन्होंने आम आदमी पार्टी के बागी विधायक कपिल मिश्रा द्वारा ट्वीट किए गए एक वीडियो पर आपत्ति जताई थी। इस वीडियो में ‘गद्दारों’ के खिलाफ हिंसा का आह्वान किया गया था।
टेलीकॉम ऑपरेटर्स को भेजी चिट्ठी में जोशी ने कहा था, “रवीश कुमार, अभिसार शर्मा जैसे कई नामी व्यक्तियों को उनके मोबाइल फोन्स पर आपत्तिजनक और अश्लील संदेशों से दो-चार होना पड़ रहा है। आपको निर्देश दिए जाते हैं कि अश्लील मेसेज भेजने के लिए आप अपने नेटवर्क के ग्राहकों/सब्सक्राइबर्स पर कार्रवाई करें क्योंकि यह कस्टमर एप्लिकेशन फॉर्म में ग्राहक द्वारा की गई घोषणा का उल्लंघन है। मामले में कार्रवाई की रिपोर्ट 15 दिन के भीतर भेजी जानी चाहिए।”
संपर्क करने पर दूरसंचार मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चिट्ठी क्यों वापस ली गई। उन्होंने कहा, “ऐसे मामलों में उचित कार्रवाई के दिशा-निर्देश देते अलग-अलग ईमेल हर एक ऑपरेटर को भेजे गए हैं। टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स नंबर को तब तक ब्लॉक नहीं कर सकते जब तक न्यायिक या सक्षम संस्था से ब्लॉक करने का आदेश न हो। साइबर सेल ऐसे मामलों की जांच कर कार्रवाई करती है। जिनको शिकायत है, वे साइबर सेल्स में दर्ज करा सकते हैं।”