नाबालिग से रेप का आरोप झेल रहे आसाराम के समर्थकों के हंगामे का एक मामला सामने आया है। आसाराम को मेडिकल जांच के लिए दिल्ली के एम्स अस्पताल लाए जाने के दौरान उनके समर्थकों ने विमान में हंगामा किया। जानकारी के मुताबिक आसाराम के समर्थकों ने आधा एयरक्राफ्ट बुक कर लिया था। जैसे ही फ्लाइट ने जोधपुर से दिल्ली के लिए उड़ान भरी समर्थकों द्वारा आसाराम के पैर छूने के कारण विमान में अफरा-तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आसाराम के पैरे छूने को लेकर मचे हंगामे के कारण हवाई जहाज का संतुलन बिगड़ने लगा और विमान आगे- पीछे झुकने लगा। जिसके बाद विमान के पायलट ने लोगों से बैठने और सीट बेल्ट बांधने को अपील की। आसाराम के साथ में 10 पुलिसवाले थे, जो उन्हें जोधपुर से लेकर आ रहे थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक जब फ्लाइट में बैठे आसाराम के समर्थक चुप हो जाते तो वह जानबूझकर पुलिस को परेशान करने के लिए समर्थकों को इशारा करता। हंमागा बढ़ने के बाद खुद ही उन्हें शांत भी करवाता। ऐसे में पुलिस को स्थिति संभालने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।

यही नहीं फ्लाइट के दिल्ली में लैंड होने के बाद आसाराम ने दूसरा राग अलापा। आसाराम ने बिना समर्थकों के उतरने से इनकार कर दिया। जिसके बाद पुलिस को समर्थकों के साथ आसाराम को उतरने की इजाजत देनी पड़ी। एयरपोर्ट के सुरक्षाकर्मी भी आसाराम का आशीर्वाद लेने के लिए पैर छूने लगे। पुलिस को एयरपोर्ट स्टाफ और समर्थकों को अलग करने के लिए बल प्रयोग करना पड़ा। पुलिस ने इस पूरी घटना की एक रिपोर्ट तैयार कर ली है और वह यह रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेगी। आसाराम को मेडिकल जांच के लिए नई दिल्ली स्थित एम्स लाया गया।

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश केे शाहजहांपुर की रहने वाली एक 16 साल की लड़की ने आसाराम पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। लड़की के अनुसार राजस्थान के जोधपुर के निकट स्थित मनाई गांव आश्रम में ये घटना हुई। लड़की आश्रम की छात्र थी। लड़की की शिकायत के बाद जोधपुर पुलिस ने आसाराम को 31 अगस्त 213 को गिरफ्तार कर लिया था। उसी समय से आसाराम जेल में है। आसाराम ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को गलत बताया है। उसका कहना है कि वो पीड़ित लड़की को अपनी बेटी की तरह मानता है।