अरुणाचल प्रदेश में राजनीतिक संकट सुलझ गया हैै। पेमा खांडु राज्य के नए मुख्यमंत्री चुने गए हैं। कांग्रेस ने 44 विधायकों के समर्थन का दावा किया था जिसे राज्यपाल ने मान लिया। इसके चलते विश्वासमत नहीं कराया गया। इससे पहले कांग्रेस ने नबाम टुकी को सीएम पद से हटाकर खांडु को विधायक दल का नेता चुन लिया था। इसके चलते असंतुष्ट विधायक भी कांग्रेस के सााथ आ गए थे। पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट द्वारा राष्ट्रपति शासन लगाने को गलत ठहराए जाने के बाद अरुणाचल प्रदेश में विश्वासमत किया जाना था। टुकी ने इसके लिए राज्यपाल से 10 दिन का समय मांगा था लेकिन गवर्नर ने शनिवार को ही विश्वासमत साबित करने को कहा।
Arunachal Pradesh Governor has accepted the resignation of Nabam Tuki
— ANI (@ANI_news) July 16, 2016
In total we have 45 Congress MLAs and two independent MLAs: Pema Khandu #ArunachalPradesh
— ANI (@ANI_news) July 16, 2016
I staked claim to the Governor, oath taking date not decided yet: Pema Khandu #ArunachalPradesh pic.twitter.com/hImlGBum0a
— ANI (@ANI_news) July 16, 2016
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कांग्रेस के बागी कालिखो पुल की सरकार हट गई थी। अरुणाचल की राजधानी ईटानगर में विधानसभा के आसपास धारा 144 लगाई हुई थी। पेमा खांडु टुकी सरकार में पर्यटन मंत्री थे। विश्वासमत से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक में असंतुष्ट विधायक भी शामिल हुए हैं। पार्टी के 20 नाराज विधायकों का कहना है कि अगर नेतृत्व में बदलाव किया जाए तो वे समर्थन देने को तैयार हैं।
You all know that CLP is in agreement and Pema Khandu will swear in as the CM: Kaming Dolo (Cong MLA) pic.twitter.com/9BdPaw4tq4
— ANI (@ANI_news) July 16, 2016
Congress MLAs and Rebel Congress MLAs arrive for Congress Legislature Party meeting in Itanagar, Arunachal Pradesh pic.twitter.com/RMPaaWTjdn
— ANI (@ANI_news) July 16, 2016
60 सदस्यीय विधानसभा में वर्तमान में केवल 58 विधायक हैं क्योंकि दो विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस के पास केवल 15 विधायकों का समर्थन है। 20 विधायकों के साथ आने पर यह आंकड़ा 35 हो जाएगा जो कि बहुमत से काफी ज्यादा होगा। इधर, कालिखो पुल का दावा है कि उनके पास 43 विधायकों का समर्थन है। इनमें 11 भाजपा और दो निर्दलीय विधायक शामिल हैं।