रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने रविवार को कहा कि सुरक्षा बलों ने अपनी प्रतिबद्ध कार्रवाई के साथ जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों पर दबदबा बनाया है और केन्द्र इस बात पर दृढ़ है कि इस राज्य में सशस्त्र उग्रवाद खत्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दा आतंकवादियों और स्थानीय समूहों को सीमापार से सहयोग के कारण जटिल हो गया है। उन्होंने कहा कि कश्मीर मुद्दा सीमापार से सहयोग (आतंकवाद को) और हथियारबंद उग्रवादियों को समर्थन दे रहे हमारे अपने समूहों के कारण जटिल हो गया है। जेटली ने कहा कि सामूहिक जन प्रदर्शन पथराव करने के रूप में सामने आए हैं और कई बार आतंकवादियों के बच निकलने के लिए इनका इस्तेमाल किया गया। जेटली मुंबई भाजपा अध्यक्ष आशीष शेलार द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। वह ‘न्यू इंडिया प्लैज’ विषय पर बोल रहे थे । इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।

रक्षा मंत्री ने कांग्रेस नीत पूर्व संप्रग सरकार की निंदा की और कहा कि उसकी दशकों पुराने कश्मीर मुद्दे को सुलझाने की कोई ठोस नीति नहीं थी। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पिछली सरकार ने कश्मीर मुद्दे को नहीं सुलझाया तो फिर उनका हमसे सवाल पूछने के क्या अधिकार है? एक नेतृत्व था जो कार्रवाई नहीं कर रहा था और फैसले में देरी के लिए बस बहाने खोज रहा था।’’ जेटली ने कहा कि हालांकि मोदी सरकार अपनी इस प्रतिबद्धता पर अडिग है कि पाकिस्तान की सीमा से सटे राज्य में सशस्त्र उग्रवाद खत्म होना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘आज, ऐसा समय आ गया है जहां सभी बल स्थानीय पुलिस, केन्द्रीय बल और सेना आतंकवादियों पर दबदबा बना रहे हैं। हमारे फैसलों और इस रूख में स्पष्टता है कि सशस्त्र उग्रवाद खत्म किया जाना है।’’ जेटली ने कहा, ‘हमें समझना चाहिए कि हमारे ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो ऐसी चुनौतियों का सामना करते हैं जिनका किसी अन्य प्रधानमंत्री ने अतीत में कभी सामना नहीं किया।’’