भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने फिलहाल राजनैतिक रुप से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। अरुण जेटली ने बताया है कि वह नई सरकार में कोई मंत्री पद नहीं संभालेंगे। जेटली ने एक चिट्ठी लिखकर प्रधानमंत्री मोदी को इसकी जानकारी दी है। अरुण जेटली ने खराब स्वास्थ्य के चलते सक्रिय राजनीति से दूर रहने का फैसला किया है। पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में अरुण जेटली ने लिखा है कि बीते 18 माह से उन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। अरुण जेटली ने लिखा कि पत्र में जेटली ने लिखा है कि उन्हें अपने इलाज और स्वास्थ्य सुधार के लिए कुछ समय चाहिए, ऐसे में वह नई सरकार में कोई जिम्मेदारी नहीं उठा सकेंगे। 66 वर्षीय अरुण जेटली बीते शुक्रवार को हुई केन्द्रीय मंत्रीमंडल की बैठक से भी अनुपस्थित रहे थे।

जेटली ने चिट्ठी में प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की तारीफ कर उन्हें धन्यवाद दिया है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को मोदी सरकार के मंत्रीमंडल का गठन होना है। अरुण जेटली मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त मंत्री का पद संभाल चुके हैं। बता दें कि अरुण जेटली बीते काफी समय से खराब स्वास्थ्य से जूझ रहे हैं। बीते दिनों उनकी सर्जरी भी की गई थी। जिसके चलते वह काफी दिनों तक वित्त मंत्रालय के कामकाज से दूर रहे थे और उनकी जगह पीयूष गोयल ने वित्त मंत्रालय का कामकाज संभाला था।

अरुण जेटली बीते 3 माह से भी मंत्रालय के कामकाज से दूर हैं। हाल ही में उन्होंने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों से अपने आवास पर मुलाकात भी की थी। हाल ही में आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी अरुण जेटली से मुलाकात की थी।