Jammu and kashmir, Article 370: अधिकारियों ने इसे “हाउस अरेस्ट” या “निरोध” के रूप में लेबल नहीं किया। केंद्र द्वारा जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा हटाए जाने और राज्य को दो अलग केंद्र शासित प्रदेश में बांटने के बाद, आठ पूर्व मंत्रियों सहित कम से कम 10 वरिष्ठ विपक्षी राजनेता जम्मू में अपने घरों में बंद हैं। इनमें केंद्रीय राज्य मंत्री (पीएमओ) डॉ जितेंद्र सिंह के छोटे भाई देवेंद्र राणा शामिल हैं। राणा जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला के पूर्व राजनीतिक सलाहकार हैं। अन्य नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी), कांग्रेस और जम्मू कश्मीर नेशनल पैंथर्स पार्टी (जेकेएनपीपी) के प्रमुख व्यक्ति हैं।

द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा संपर्क किए जाने पर, वरिष्ठ अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि इनमें से किसी भी नेता को “हाउस अरेस्ट” के तहत रखने का कोई आदेश जारी नहीं किया गया था। लेकिन द इंडियन एक्सप्रेस ने जम्मू में इन नेताओं में से कम से कम पांच नेताओं के घरों का दौरा किया, ताकि यह पता चल सके कि वे अंदर किन हालात में हैं। सभी विजिटर्स की बाहर तैनात पुलिस ने पूछताछ की और केवल दोस्तों, रिश्तेदारों और समर्थकों को ही अंदर जाने दिया गया था।

कई नेताओं ने द इंडियन एक्सप्रेस को फोन या व्यक्तिगत रूप से, नाम न छापने की शर्त के तहत बताया कि उन्हें वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने मौखिक संचार के माध्यम से अपने घरों में रहने के लिए सूचित किया था। विजिटर्स को इस शर्त पर मिलने की अनुमति दी जा रही है कि वे उनसे किसी भी राजनीतिक गतिविधि को लेकर बात नहीं करेंगे। उदाहरण के लिए, द इंडियन एक्सप्रेस को एक पूर्व विधायक के घर में प्रवेश की अनुमति दी गई थी, ये अनुमति तब मिली जब बाहर तैनात पुलिसकर्मी को यकीन दिलाया गया की जिस नज़रबंद नेता से वो शख्स मिलने जा रहा है वह उसका दोस्त है।

कुछ राजनेता यह स्वीकार करने के लिए भी तैयार नहीं थे कि वे वस्तुतः घर में नजरबंद हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री ने द इंडियन एक्सप्रेस को फोन पर बताया, “इस बारे में पुलिस आपको बेहतर स्थिति बता सकती है।” हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि वह एक सप्ताह से अधिक समय से अपने घर से बाहर नहीं निकले हैं।

संभागीय आयुक्त संजीव वर्मा से संपर्क करने पर उन्होंने इस बात से इनकार किया कि किसी राजनेता को जम्मू में नजरबंद रखा गया है। उन्होंने कहा “हमने ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया है। वे स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं।” तेजिंदर सिंह, एसएसपी जम्मू ने कहा “वे राज्य से बाहर जा रहे हैं, समर्थकों से मिल रहे हैं और सामाजिक कार्यक्रमों में भाग ले रहे हैं।”

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लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही है। उदाहरण के लिए, एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री के घर के बाहर, पुलिसकर्मियों ने सभी विजिटर्स को रोक दिया। सहायक उप निरीक्षक ने कहा, “हमारे पास उच्च-अप के आदेश हैं कि किसी को भी अंदर जाने की अनुमति नहीं है, हालांकि इस अखबार ने नेता के साथ फोन पर अपॉइंटमेंट की पुष्टि की है।”