लद्दाख में भारत-चीन सीमा विवाद के बीच जानकारी मिली है कि पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना की शत्रुजीत ब्रिगेड अपनी तीव्र प्रतिक्रिया क्षमताओं की समीक्षा के लिए उत्तरी सीमाओं के साथ एक हवाई अभ्यास कर रही है। अभ्यास को लेकर सूत्रों से जानकारी मिली है कि सोमवार को अभ्यास के तहत 14,000 फुट से अधिक की ऊंचाई वाले क्षेत्र में शत्रुजीत ब्रिगेड के हवाई सैनिकों को पहुंचाया गया।
इसके अलावा विशेष वाहनों और उपकरणों के साथ ही विशेष परिस्थितियों के लिए खास प्रशिक्षित इन सैनिकों को सी-130 और एएन-32 विमानों से पांच अलग-अलग बेस से तीव्रता के साथ पहुंचाया गया। माना जा रहा है कि यह अभ्यास किसी आपातकाल की स्थिति से निपटने के लिए किया गया।
बता दें कि सेना के बेहतरीन पैराट्रूपर शत्रुजीत ब्रिगेड का हिस्सा होते हैं। भारत और चीन के बीच संबंधों को देखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के अभ्यास का समय काफी अहम है। यह ऐसे समय में हो रहा है जब तीन सप्ताह पहले ही दोनों देशों के बीच 13वें दौर की सैन्य वार्ता हुई है।
वहीं इस अभ्यास को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि आखिरकार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यह स्वीकार किया कि हमारी सीमा में घुसपैठ हुई है। दरअसल चीनी घुसपैठ को लेकर सरकार लगातार मना करती रही है। ऐसे में सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार पर निशाना साधा है।
मंगलवार सुबह स्वामी ने अपने एक ट्वीट में कहा, “आखिरकार राजनाथ सिंह ने माना कि कोई आया है…।” बता दें कि इससे पहले भी स्वामी सरकार पर चीन से चल रहे सीमा विवाद को लेकर तंज कस चुके हैं।
11 अक्टूबर को अपने एक ट्वीट में स्वामी ने सवाल किया था, “जब कोई आया नहीं तो बात क्यों? आमने-सामने 18 बार की बैठक, और पांच बार पीएम मोदी की चीन की यात्राओं के बाद भी, कुछ हासिल नहीं हुआ। हम चीन से बात करने के लिए याचना की मुद्रा में हैं? उन्होंने कहा कि, जो अत्याचारी होते हैं, वो बलवानों के सामने नम्रता से पेश आते हैं, लेकिन निर्बलों के साथ उनका व्यवहार अशिष्ट होता है।”