पूर्व केंद्रीय मंत्री आरिफ मोहम्मद खान ने कहा है कि दारुल-उलुम देवबंद से बीजेपी के खिलाफ चुनावों के दौरान फतवा जारी होता है। ऐसे में मुस्लिम समुदाय कैसे उम्मीद कर सकता है कि पार्टी मुसलमानों को चुनावी टिकट देगी। इंडियन एक्सप्रेस के ‘आइडिया एक्सचेंज’ प्रोग्राम में खान ने कहा कि भारत जैसे बड़े देश में यह कैसे हो सकता है कि हम कुछ कहें या करें और फिर उसके परिणामों से डर जाएं। उन्होंने कहा कि हम ऐसे हालात के लिए सिर्फ बीजेपी को कैसे दोषी ठहरा सकते हैं? उन्होंने सवाल पूछा कि अब ऐसी सियासी परिस्थितियां क्यों हो गई हैं?

जब उनसे पूछा गया कि आप 1986 की बात करते हैं, जब सत्तासीन कांग्रेस पार्टी के पास बड़ा बहुमत था, और उसने जो चाहा, किया। अभी भी उस पार्टी के पास बहुमत है, जिसने चुनाव में केवल मुट्ठी भर मुसलमानों को मैदान में उतारा, और अब कह जा रहा है कि संबंधित समुदाय के लोगों की आवाज़ को नज़रअंदाज़ कर कुछ विधेयक पारित करेंगे। क्या यह 1986 जैसा नहीं है?

इस पर खान ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान दारुल-उलुम-देवबंद द्वारा फतवे जारी किए गए थे, जिसमें रमजान के महीने में सेहरी से पहले लोगों को जगाने और भाजपा को चुनावों में हारने के लिए ऐसी वज़ीफ़ा (कविता) पढ़ने को कहा गया था। उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल में आप बीजेपी के उम्मीदवारों की जीत की उम्मीद कैसे कर सकते हैं? वो कैसे संभव है? खान ने कहा कि हमें यथार्थवादी होना पड़ेगा। पूर्व मंत्री ने कहा, ‘मैं आशावादी हूं क्योंकि पिछले पांच सालों में देश में कोई भी बड़ा साम्प्रदायिक दंगा नहीं हुआ।’

खान ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में बड़ी संख्या में मुस्लिम युवाओं ने प्रशासनिक सेवाओं में प्रवेश किया है। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। ये कैसे हुआ? यह इसलिए है क्योंकि वो मौलवियों पर से अपना विश्वास खो रहे हैं। वे अब अपने पैरों पर खड़े होने लगे हैं। उन्होंने शिक्षा को महत्व देना शुरू कर दिया है। आरिफ मोहम्मद खान ने पूछा कि क्या रमजान के दौरान सेहरी खाने से पहले वज़ीफ़ा पढने से बीजेपी चुनाव हार जाएगी? उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या धर्म के नाम पर अफ़ीम (अफीम) नहीं दिया जा रहा है? और फिर आप भाजपा से अपेक्षा करते हैं कि वह आपको सांसद पद के लिए टिकट दे या नामित करे?

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उन्होंने कहा, “हर धर्म में, एक बुनियादी शिक्षा है: अपनी समस्याओं के लिए कभी दूसरों को दोष न दें। दूसरे उन्हें पैदा नहीं कर सकते।” उन्होंने कहा कि हमें कुछ पर विजय प्राप्त हुई क्योंकि भारत विजय प्राप्त कर सकता है। ऐसा स्वामी विवेकानंद, स्वामी रंगनाथनंद ने कहा था। खान ने कहा, “कुरान कहता है, ‘अपना ख्याल रखो। यदि आप सही रास्ते पर हैं, तो गलत रास्ते पर चलने वाले आपको नुकसान नहीं पहुंचा सकते। ‘एक बदमाश असुरक्षित और भयभीत होता है। पर कानून का पालन करने वाला एक नागरिक कभी भी असुरक्षित महसूस नहीं करता है, वह कभी डरता नहीं है।”