पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम 2006 में पद से इस्तीफा देना चाहते थे। उनके प्रेस सेक्रेटरी रहे एसएम खान ने यह खुलासा किया है। खान ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने बिहार असेंबली भंग करने की उनकी सिफारिश खारिज दी थी, जिसके बाद उन्हें अपने फैसले पर बहुत शर्मिंदगी हुई थी। इसी बात को लेकर उन्होंने इस्तीफा देने का मन बना लिया था। एसओए यूनिवर्सिटी में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में खान ने बताया कि बिहार के तत्कालीन गवर्नर बूटा सिंह ने विधानसभा भंग करने की सिफारिश की थी। कैबिनेट ने इसे कलाम के पास भेजा था। वह उस समय रूस के दौरे पर थे और उन्होंने कैबिनेट की सिफारिश को मंजूरी दे दी थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने जब प्रस्ताव खारिज कर दिया तो कलाम को बहुत बुरा लगा और उन्हें फैसले पर पछतावा हुआ। वह यही सोचते रहे कि आखिर गलती कहां हो गई?
गौरतलब है कि डॉ. अब्दुल कलाम 27 जुलाई को शिलॉन्ग में लेक्चर देने गए थे। लेक्चर देते वक्त वह बेहोश हो गए थे। उन्हें अस्पताल भर्ती कराया गया था, लेकिन डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके।
एसएम खान ने किए कलाम के बारे में कई और खुलासे
डॉ. कलाम को टेक्नोलॉजी से खास लगाव था। एक बार उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के लिए दो घंटे की पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन तैयार की थी। खान ने बताया कि उन्हें पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन तैयार करना भी बहुत अच्छा लगता था। विदेशी नेताओं से मुलाकात के दौरान भी ऐसी ही तैयारी करते थे। एक बार उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश के सामने भी पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन रखा था। प्रेजेंटेशन खत्म होने के बाद बुश ने कहा था, ‘सर, ये सब समझने के लिए मुझे साइंटिस्ट बनना पड़ेगा। हालांकि, मैं इस पर काम करने की कोशिश करूंगा।’
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