पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कहानी पर आधारित फिल्म ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। ट्रेलर रिलीज के बाद से ही विवाद शुरू हो गया है। ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ फिल्म मनमोहन सिंह के पूर्व मीडिया सलाहकार संजय बारू की किताब पर बनाई गई है। फिल्म में बॉलीवुड के मंझे हुए एक्टर अनुपम खेर ने मनमोहन सिंह का किरदार निभाया है। फिल्म के ट्रेलर के साथ अनुपम खेर भी सुर्खियां बटोर रहे हैं। हालांकि अनुपम खेर अब फिल्म की स्‍पेशल स्‍क्रीनिंग रखने को तैयार हो गए हैं। लेकिन एक शर्त भी रखी है।

फिल्म पर चल रहे विवादों के बीच अनुपम खेर ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि कांग्रेस के लिए फिल्म की स्पेशल स्क्रीनिंग नहीं रखी जाएगी। लेकिन अब अनुपम खेर ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ की स्‍पेशल स्‍क्रीनिंग रखने को तैयार हैं। हालांकि इस पर उन्होंने कहा है कि, ‘अगर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कहते हैं तो सिर्फ उन्हें जरूर दिखाई जाएगी’।

बीते दिन, फिल्म निर्माताओं को पत्र लिखकर महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस अध्यक्ष सत्यजीत तांबे पाटिल ने धमकी दी थी कि, ‘पहले फिल्म उन्हें दिखाई जाए। बिना देखे फिल्म रिलीज नहीं होने देंगे’। इस पर भी अनुपम खेर ने बयान दिया है। अनुपम खेर ने कहा है कि, ‘रिलीज से पहले फिल्म दिखाने के लिए बाध्य करने का हक किसी के पास नहीं है। फिल्म एक किताब पर आधारित है। फिल्म को किताब का ही नाम दिया गया है। यह तथ्यों पर आधारित है। हमने अधिकार खरीदे हैं। सभी कानूनी का पालन किया है’।

बता दें कि, ‘द एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के ट्रेलर में दिखाया गया कि आखिर किस तरह कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी साल 2004 में मनमोहन सिंह का प्रधानमंत्री पद के लिए प्रस्तावित करती हैं। वहीं कार्यकाल के दौरान मनमोहन सिंह पर देश के लिए काम नहीं बल्कि पार्टी के लिए काम करने का भी आरोप लगता है। आखिरकार आरोपों से परेशान होकर मनमोहन का परिवार उन्हें सख्त फैसला लेने के लिए कहता है। जारी हुए ट्रेलर में दिखाया गया है कि मनमोहन सिंह पार्टी के दवाब और प्रधानमंत्री पद की गरिमा बनी रखने के लिए सोनिया गांधी को इस्तीफे की पेशकश करते हैं। हालांकि सोनिया गांधी मनमोहन सिंह की इस पेशकश को खारिज कर देती हैं।