नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी है। जामिया में CAA मार्च के दौरान पुलिस को प्रदर्शनकारियों ने चूड़ियां दिखाईं। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस को चूड़िया पहन लेनी चाहिए क्योंकि वह मार्च को आगे नहीं बढ़ने दे रहे हैं।
दिल्ली पुलिस और जमिया विश्वविद्यालय प्रशासन के अपील के बावजूद प्रदर्शनकारी संसद तक कूच करने को लेकर अड़े रहे। पुलिस ने एहतियात के तौर पर सुखदेव बिहार मेट्रो स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट बंद कर दिए थे। पुलिस द्वारा रोके जाने को लेकर प्रदर्शनकारी नाराज थे और उन्होंने आक्रोश में पुलिसकर्मियों पर पानी के पाउच भी फेंके।
जामिया से संसद तक के मार्च की घोषणा के बाद से जामिया के आस-पास का इलाका छावनी में तब्दील हो गया। ओखला में हैप्पी फैमिली अस्पताल के आगे बैरिकेट्स लगाकर रोक दिया। जिसके बाद दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए।
(फोटो-PTI)
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से यूनिवर्सिटी के गेट नंबर सात पर लौटने का अनुरोध कर रही थी।जामिया समन्वय समिति (जेसीसी) के नेतृत्व में जामिया के छात्रों और पूर्व छात्र इस मार्च में शामिल थे।
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प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्र बैरिकेड्स के ऊपर चढ़ गए। इस दौरान कुछ छात्रों को चोट भी लगी। पुलिस के साथ बहस साथ झड़प के दौरान दोनो पक्ष आमने-सामने आ गए। उग्र हुए प्रदर्शन पर काबू पाने के लिए पुलिस ने हल्का लाठीचार्ज भी किया।
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इस दौरान प्रदर्शनकारी ‘‘कागज नहीं दिखाएंगे’ और ‘जब नहीं डरे हम गोरों से तो क्यों डरे हम औरों से’ जैसे नारे लगा रहे थे। प्रदर्शन में कई महिलाएं भी थीं। हाथों में कई लोग तिरंगा थामे हुए थे और ‘हल्ला बोल’ के नारे लगा रहे थे । इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मानव श्रृंखला भी बनायी ।
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जामिया मिल्लिया इस्लामिया के प्रॉक्टर वसीम अहमद खान ने छात्रों से वापस लौट जाने और पुलिस के साथ नहीं भिड़ने की अपील की। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया, ‘‘संदेश भेजा गया है। मैं भीड़ में शामिल छात्रों से विश्वविद्यालय वापस लौटने का अनुरोध करता हूं। कानून का सम्मान करते हुए शांतिपूर्वक वापस लौट जाएं।’