चंद्रयान-3 मिशन पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने चंद्रयान-3 को लेकर अपडेट देते हुए कहा कि सब कुछ ठीक काम कर रहा है। सोमनाथ ने कहा कि सारा डेटा बहुत अच्छे से आ रहा है। सब कुछ अच्छे से काम कर रहा है। हमें उम्मीद है कि 14 दिनों के अंत तक हमारा मिशन सफलतापूर्वक पूरा हो जाएगा।
चंद्रयान मिशन पर गए लैंडर विक्रम और प्रज्ञान रोवर लगातार अपना काम बखूबी तरीके से निभा रहे हैं। चांद के साउथ पोल पर प्लाज्मा भी पाया गया है, लेकिन यह कम घना है। इसरो ने रविवार को प्रज्ञान रोवर का एक वीडियो जारी किया, जिसमें वह सुरक्षित तरीके से चल रहा है और अच्छे तरीके से घूम भी रहा है। इसकी फोटो लैंडर विक्रम ने ली है।
इसरो ने इसको शेयर करते हुए लिखा, “चंदा मामा पर प्रज्ञान रोवर अच्छे से काम कर रहा है। लैंडर विक्रम उसे ऐसे देख रहा है जैसे मां अपने बच्चों को खेलते हुए प्यार से देखती है। आपको ऐसा नहीं लगता?”
बता दें कि प्रज्ञान रोवर चांद का चक्कर लगा रहा है और 14 दिनों तक ऐसा ही चलेगा। 31 अगस्त को प्रज्ञान रोवर ने चांद की सतह पर सल्फर की पुष्टि की है। इसरो ने इस बारे में बताया कि प्रज्ञान रोवर पर लगे अल्फा प्रेक्टिस एक्सरे स्पेक्ट्रोस्कोप ने सल्फर होने की पुष्टि की। चंद्रयान 3 ने 28 अगस्त को दूसरा ऑब्जर्वेशन भेजा था। वहीं चांद की सतह पर अल्युमिनियम, कैल्शियम, आयरन और टाइटेनियम की भी मौजूदगी का पता चला है।
प्रज्ञान रोवर अभी चांद पर हाइड्रोजन की खोज कर रहा है। वहीं चंद्रमा के साउथ पोल की सतह पर तापमान करीब 50 डिग्री सेल्सियस है, जबकि 80 मिलीमीटर की गहराई में तापमान – 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
चंद्रयान 3 के साथ कुल 7 पेलोड भेजे गए हैं। 2008 में चंद्रयान-1 को लांच किया गया था। वहीं 2019 में चंद्रयान-2 चांद के करीब पहुंचा लेकिन लैंड नहीं कर पाया था। इसके बाद 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 चांद पर लैंड किया गया।