आंध्र प्रदेश के विजयनगरम में ट्रेन दुर्घटना स्थल पर यातायात बहाल हो गया है। प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी सोमवार को विजयनगरम गवर्नमेंट जनरल हॉस्पिटल में ट्रेन हादसे के पीड़ितों से मुलाकात की और उनके इलाज के बारे में जानकारी ली। रविवार शाम विशाखापत्तनम से लगभग 40 किलोमीटर दूर कांतकपल्ली में पलासा पैसेंजर ट्रेन ने रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन को पीछे से टक्कर मार दी थी, जिससे उसके तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में कम से कम 14 लोगों की मौत हो गयी और 50 लोग घायल हो गए हैं।
हादसे में जान गंवाने वाले लोगों में दो छोटे बच्चों की मां, एक बिजली कर्मचारी, हाल ही में विवाहित सेल्स एक्जीक्यूटिव, ये सभी उन 14 लोगों में से थे जिनकी हादसे में मौत हो गई। मृतकों के परिवार के लोगों ने गमगीन आंखों से उन्हें याद करते हुए इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान उनके बारे में बताया। 29 साल के चल्ला सतीश की छह महीने पहले ही शादी हुई थी। विशाखापत्तनम में एक आभूषण की दुकान में सेल्स एक्जीक्यूटिव थे।
नवविवाहित पत्नी को मिली पति की मौत की दर्दनाक खबर
उनके चचेरे भाई सी राजू ने कहा, “वह एक आकर्षक युवक था, हमेशा मुस्कुराता रहता था। उसके बहुत सारे दोस्त थे। यह उनके परिवार के लिए बहुत बड़ी त्रासदी है। उनकी नवविवाहित 25 वर्षीय पत्नी जो अनकापल्ली में अपने माता-पिता से मिलने आई थी, उसे यह खबर सुनाना हृदय विदारक था।” राजू ने आगे कहा, सतीश का पालन-पोषण उनकी मां ने किया था क्योंकि उन्होंने बचपन में ही अपने पिता को खो दिया था। रविवार को वह पाइडिथल्ली अम्मावरु उत्सव के लिए विजयनगरम जा रहे थे। उन्हें रविवार रात कोरोमंडल एक्सप्रेस से आना था लेकिन उन्होंने जल्दी जाने का फैसला किया। जो कोई भी उन्हें जानता है, वह इस खबर से स्तब्ध है कि वह नहीं रहे।”
बच्चियों ने खोया अपना पिता
35 वर्षीय कंचुबाराकी रवि, जोकि एक इलेक्ट्रिक वर्कर हैं, उनकी मौत अलमांडा रेलवे स्टेशन पर ट्रेन से उतरने से ठीक पांच मिनट पहले हुई। उन्होंने अपनी बाइक रेलवे स्टेशन पर खड़ी की थी और कुछ खरीदारी करने के लिए विशाखापत्तनम गए थे। रवि की पत्नी कुमारी ने कहा, “हमारी दोनों बेटियां उनकी जान थीं। उसने उन्हें बहुत लाड़-प्यार दिया। वो अपने पिता के घर वापस आने का इंतजार कर रही थीं क्योंकि वह सुबह जल्दी चले गए थे।”
ट्रेन ड्राइवर और गार्ड ने भी गंवाई जान
मृतकों में रायगड़ा पैसेंजर ट्रेन के ड्राइवर एसएमएस राव भी शामिल हैं। उन्हें एक पारिवारिक व्यक्ति और ईस्ट कोस्ट रेलवे में एक अनुभवी व्यक्ति के रूप में याद किया जाता था। वह 25 वर्षों से लोको पायलट थे। राव अनुभवी और अपने सहकर्मियों के चहेते। जब तक वह बहुत अस्वस्थ न हों, उन्होंने एक भी दिन काम नहीं छोड़ा। हादसे में जान गंवाने वालों में पलासा पैसेंजर ट्रेन के गार्ड 48 वर्षीय एम श्रीनिवास भी शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि रविवार देर रात विशाखापत्तनम रेलवे अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई।
विजयनगरम के महाराजा सरकारी अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक अनिला सुंदरी ने कहा कि अस्पताल में घायल 50 लोगों का इलाज किया जा रहा है। उनमें से अधिकांश की पसलियां टूटी हुई हैं। गंभीर रूप से घायल लोगों को विशाखापत्तनम के अस्पतालों में ले जाया जा रहा है।