जिला पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हादसा ‘जी रागमपेट’ में सुबह लगभग साढ़े आठ बजे उस समय हुआ, जब पहला मजदूर तेल का टैंक साफ करने के लिए उसमें उतरा। मजदूर गलती से फिसलकर टैंक के भीतर गिर गया। उसे बचाने के लिए एक के बाद एक और सात मजूदर टैंकर में उतरे। घटना में दम घुटने से सात लोगों की मौत हो गई जबकि एक को सुरक्षित बचा लिया गया।

पुलिस ने बताया कि घटना में मरे सात मजदूरों में से पांच पडेरू और दो पेड्डापुराम के रहने वाले थे। काकीनाडा की जिलाधिकारी कृतिका शुक्ला ने पत्रकारों को बताया कि फैक्टरी को सील कर दिया गया है और भारतीय दंड संहिता की धारा 304ए (लापरवाही के कारण मौत) के तहत मामला दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि हादसे की जांच के लिए संयुक्त जिलाधिकारी की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति गठित की गई है, जिसे तीन दिन के भीतर रिपोर्ट देने को कहा गया है।

अधिकारियों ने बताया कि समिति फिलहाल दस्तावेजों और फैक्टरी को खाद्य तेल पैकेजिंग के लिए मिली मंजूरी आदि की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि घटना के लिए जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, घटना में जान गंवाने वाले कर्मियों के परिवार वालों के लिए राज्य सरकार द्वारा 25 लाख रुपए की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है, साथ ही कारखाने को भी मुआवजा देने का निर्देश दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि मौत के कारणों का पता लगाने के लिए शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है। इस संबंध में एक प्रत्यक्षदर्शी ने मीडिया को बताया कि एक व्यक्ति टैंक में उतरा था और जब वह बाहर नहीं आया तो अन्य भी उसमें उतरे। इस बीच, पीड़ित परिवारों ने आरोप लगाया है कि फैक्टरी प्रबंधन ने कर्मियों को उचित सुरक्षा उपकरण मुहैया नहीं कराए। घटना के बाद लोगों ने प्रदर्शन करके मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि देने की मांग की।